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बिहार और झारखंड का इनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण, उस पर दर्ज है 145 मुकदमे

बिहार और झारखंड का इनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण, उस पर दर्ज है 145 मुकदमे

 

संजय कुमार सिंह

झारखंड: राज्य सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर भा०क०पा० माओवादी संगठन के 15 लाख के ईनामी, रीजनल कमांडर इंदल गंझू ने रांची स्थित प्रक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक,कार्यालय परिसर में झारखण्ड पुलिस एवं सी0आर0पी0 एफ0 के पदाधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। उसके विरुद्ध बिहार और झारखंड में 145 मुकदमे दर्ज हैं।वह मूलतः बिहार गया का रहने वाला है।

 

गुरुवार को रांची जोनल आईजी ऑफिस में आयोजित कार्यक्रम में नक्सली इंदल गंझू ने आईजी अभियान एवी होमकर, रांची जोनल आईजी पंकज कंबोज, सीआरपीएफ के अधिकारी, हजारीबाग डीआईजी नरेंद्र सिंह और चतरा एसपी राकेश रंजन के समक्ष आधिकारिक तौर पर सरेंडर कर दिया। इंदल मूल रूप से बिहार के गया जिला के इमामगंज थाना क्षेत्र के असरैन गांव का रहने वाला है। वर्तमान में वह भाकपा माओवादी संगठन में रिजनल कमांडर था और सरकार ने उसपर 15 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। पुलिस की दबिश से परेशान होकर इंदल ने सरेंडर किया है।

 

इंदल गंझू पर दर्ज मामले

नक्सली इंद्र गंजू पर चतरा जिला में 48, पलामू जिले में 01, हजारीबाग जिले में 05 और गया जिले में 54 मामले दर्ज हैं।

पांच नक्सली साथी मारे जाने के बाद भाग निकला था इंदल

 

ज्ञात हो कि चतरा जिला के लावालौंग थाना क्षेत्र में तीन अप्रैल को पुलिस की टीम ने पांच इनामी नक्सलियों को मार गिराया था।मारे गये नक्सलियों में 25 लाख के दो इनामी नक्सली गौतम पासवान और चार्लीस उरांव शामिल थे। दोनों ही स्पेशल एरिया कमेटी के सदस्य (सैक) थे। इनके अलावा पांच लाख के तीन इनामी नक्सली नंदू, अमर गंझू और संजीत उर्फ सुजीत गुड़िया भी शामिल थे। यह तीनों ही सब जोनल कमांडर थे।इन घटना के बाद पुलिस की दबिश से परेशान और साथियों के मारे जाने के बाद इंदल पटना भाग गया था। उसके बाद से इंदल मुखबिरों के संपर्क में था। उसने मुखबिरों के माध्यम से झारखंड पुलिस के समक्ष सरेंडर करने की बात पहुंचाई।जब पुलिस अधिकारियों ने इंदल गंझू की सारी बातें मान ली।तब उसने सरेंडर करने पर अपनी सहमति जताई। जिसके तहत उसने गुरुवार को पुलिस अधिकारियों के समक्ष रांची में सरेंडर कर दिया है।

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