इस वर्ष मानसून 4 दिन लेट से आने की संभावना
लावनी मुखर्जी
नई दिल्ली:इस वर्ष मानसून 4 दिन तक लेट से पांच मई को केरल के जरिए देश में पहुंचने की संभावना है।मानसून पूरी तरह से सामान्य रहने की उम्मीद है।
देश में इस बार बेमौसम बारिश ने काफी कहर बरपाया है। बारिश और ओलावृष्टि की वजह से किसानों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है, लेकिन अब किसानों ने अपनी फसल को काटकर खेत साफ कर तैयार कर लिए हैं और मानसून के इंतजार में बैठे हैं। हालांकि अभी मानसून आने में देरी है, लेकिन हम आपको बता दें कि मानसून सबसे पहले केरल पहुंचता है। बारिश होने के बाद धीरे-धीरे आगे बढ़ता है।
भारत में कब आयेगा मानसून
वर्ष 2022 में मानसून 29 मई को केरल पहुंच गया था। वही 2021 की बात करें तो मानसून 1 जून को केरल पहुंचा था, लेकिन इस साल 2023 में मानसून 5 जून तक दक्षिण राज्य में दस्तक देगा। आमतौर पर देखा जाता है कि मानसून 1 जून को दस्तक देता है ,लेकिन इस बार पूरे 4 दिन तक मानसून लेट केरल पहुंचेगा। इस बात की जानकारी IMD ने जानकारी दी है।
मानसून कैसा रहेगा इस वर्ष
साल 2023 में मानसून कैसा रहेगा इसके बारे में हर किसी को जानने की उत्सुकता है, लेकिन हम बता दें इस बार मानसून पूरी तरह से सामान्य रहने की संभावना है। मौसम विभाग की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई थी।अगर बारिश सामान्य रहती है तो देश में फूड ग्रेन प्रोडक्शन भी नॉर्मल रहेगा। इससे महंगाई से काफी राहत भी मिलेगी। 1 जून से गर्मियों की फसल की बुवाई भी शुरू होगी और समय रहते भारत में मानसून दस्तक भी दे देगा। अगस्त की शुरुआत तक इन फसलों की बुवाई जारी रहेगी।
इस तरह लगाए बारिश के अनुमान
IMD की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार 96 प्रतिशत लोंग पीरियड में बारिश होने की संभावना है। यदि बारिश 90 95% के बीच होगी तो सामान्य से कम मानी जाएगी वही 96%या 104% बारिश होगी तो यह सबसे कम और सामान्य मानी जाएगी। वहीं अगर 104% से 110% के बीच बारिश दर्ज की जाएगी तो यह सामान्य से अधिक रहेगी वहीं 90% से अगर बारिश कम दर्ज की जाती है तो यह सूखे की श्रेणी में आ जाती है।
अगर बारिश अच्छी होती है तो फसलों की पैदावार अच्छी होती है और पैदावार अच्छी होती है तो महंगाई भी कम हो जाती भारत की बात करें तो 70% से 80% किसान बारिश के पानी पर ही निर्भर होते हैं। यही कारण है कि अगर अच्छी बारिश होती है तो फिर फसल का उत्पादन भी अधिक मात्रा में होता है 70% पानी दक्षिण पश्चिम मानसून में गिरता है।
अब हम आपको मानसून आने के कुछ नियमों के बारे में बता रहे हैं ।देश में मानसून आने की घोषणा तब होती है जब लक्ष्यदीप केरल और कर्नाटक में मानसून की शुरुआत हो जाती है। ऐसे में 8 स्टेशनों में लगातार दो दिनों तक बारिश होती है और यह बारिश 2.5 मीमी दर्ज की जाती है इसी से मानसून का अंदाजा लगा लिया जाता है।