नए संसद से PM मोदी का संबोधन, कहा- लोकतंत्र ही हमारी प्रेरणा, हमारा संविधान ही संकल्प है’ प्रधानमंत्री मोदी ने जारी किया डाक टिकट और भारतीय वित्त विभाग द्वारा तैयार किए गए 75 रुपये का सिक्का
न्यूज़ लहर संवाददाता
नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई संसद बिल्डिंग का उद्घाटन किया। इस उद्घाटन समारोह का देश के कई विपक्षी दल ने विरोध किया साथ ही उद्घाटन का बहिष्कार भी किया। बता दें, नए संसद भवन के उद्घाटन के पहले तमिलनाडु के अधीनतम संतों ने पूरे विधि-विधान के साथ अनुष्ठान कराया। इस पूजा में पीएम मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला शामिल हुए। वहीं अधीनम संतों ने धार्मिक अनुष्ठान के बाद पीएम मोदी को सेंगोल सौंपा, जिसे पीएम ने नए संसद भवन में स्थापित किया।
सभी देशवासियों को भारतीय लोकतंत्र के इस स्वर्णिम क्षण की बधाई : पीएम
देश की यात्रा में कुछ क्षण ऐसे आते हैं, जो हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं। कुछ तारीखें, समय के ललाट पर इतिहास का अमिट हस्ताक्षर बन जाती हैं। आज ऐसा ही अवसर है। पीएम ने कहा कि आज पूरा देश आजादी के 75 वर्ष होने पर अमृत महोत्सव मना रहा है। संसद परिसर में आज सुबह ही सर्वपंथ प्रार्थना हुई है। मैं सभी देशवासियों को भारतीय लोकतंत्र के इस स्वर्णिम क्षण की बधाई देता हूं। ये सिर्फ एक भवन नहीं बल्कि 140 करोड़ भारतवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतिबिंब है। ये विश्व को भारत के दृढ़ संकल्प का संदेश देता हमारे लोकतंत्र का मंदिर है।
नए संसद को देखकर हर भारतीय गौरव से भरा हुआ है : PM मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि संसद की नई इमारत इस प्रयास का जीवंत प्रतीक बनी है। आज नए संसद भवन को देखकर हर भारतीय गौरव से भरा हुआ है। इस भवन में विरासत भी है, वास्तु भी, कला भी है, कौशल भी है। इसमें संस्कृति भी, संविधान के स्वर भी। पीएम ने कहा कि आप देख रहे हैं कि लोकसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय पक्षी मोर पर आधारित है। राज्यसभा का हिस्सा राष्ट्रीय फूल कमल पर आधारित है और संसद के प्रांगण में राष्ट्रीय वृक्ष बरगद भी है। हमारे देश में अलग-अलग हिस्सों की विविधता इस नए भवन में उन सबको समाहित किया है।
नया भारत नए लक्ष्य तय कर रहा है : मोदी
पीएम ने कहा कि नए रास्तों पर चलकर ही नए कीर्तिमान गढ़े जाते है। नया भारत नए लक्ष्य तय कर रहा है। नया जोश है, नया उमंग है, नया सफर है। नई सोच है, दिशा नई है, दृष्टि नई है। संकल्प नया है, विश्वास नया है।
अधीनम के संत के मार्गदर्शन में संसद में स्थापित हुआ पवित्र सेंगोल- PM
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि चोल साम्राज्य में यही सेंगोल कर्तव्य पथ, सेवा पथ, राष्ट्र पथ का प्रतीक माना जाता था। राजा जी के मार्गदर्शन में यही सेंगोल सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक बना था। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु से विशेष तौर पर आए अधीनम के संत आज सुबह संसद में हमें आशीर्वाद के लिए उपस्थित थे हमने उनका आशीर्वाद लिया हौ और उनके मार्गदर्शन में ही यह पवित्र सेंगोल संसद में स्थापित हुआ है।
डाक टिकट और 75 रुपये का सिक्का किया जारी
नए संसद भवन के उद्घाटन के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय डाक विभाग के स्मारक डाक टिकट और भारतीय वित्त विभाग द्वारा तैयार किए गए 75 रुपये का सिक्का जारी किया। साथ ही उन्होंने कहा कि देश के विकास की यात्रा में कुछ पल हमेशा के लिए अमर हो जाते है। आज कुछ ऐसा ही अवसर है।
हमारा संविधान ही हमारा संकल्प है : PM
पीएम ने संबोधन में कहा कि हमारा संविधान ही हमारा संकल्प है। जो रुक जाता है, उसका भाग्य भी रुक जाता है। जो चलता रहता है, उसका भाग्य भी चलता रहता है। इसलिए चलते रहो। गुलामी के बाद हमारे भारत ने बहुत कुछ खोकर अपनी नई यात्रा शुरू की थी. वो यात्रा कितने ही उतार-चढ़ाव से होते हुए, कितनी ही चुनौतियों को पार करते हुए आजादी के अमृतकाल में प्रवेश कर चुकी है।
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने पढ़ा राष्ट्रपति का संदेश
नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संदेश को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने पढ़ा। उन्होंने कहा कि संसद के नए भवन के उद्घाटन का यह महान अवसर भारतीय इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज रहेगा। इस असवसर पर यह संदेश प्रेषित करते हुए मुझे अपार प्रसंता हो रही है नए संसद भवन का उद्घाटन हमारी विविधता को भारतभूमि के सबसे उत्तरी छोर से दक्षिणी छोर सिरे तक, पूर्वी सीमा से पश्चिमी तटरेखा तक रहने वाले सभी देशवासियों के लिए गौरव व अतुलनीय आनंद का अवसर है। भारत की संसद का हमारी सामूहिक चेतना में एक विशिष्ट स्थान है। संसद हमारी समृद्ध लोकतांत्रिक परंपराओं का प्रकाश स्तंभ है। लोकतांत्रिक विमर्श के प्रति श्रद्धा भाव, हमारी सामाजिक सांस्कृतिक परंपराओं मूल सत्व है।