Crime

टाटा स्टील के सुरक्षाकर्मी हत्याकांड में 15 वर्ष बाद गुरु चेला हुए बरी

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला में एडीजे-1 की अदालत ने
टाटा स्टील के सुरक्षा पदाधिकारी जयराम सिंह हत्याकांड में आखिरकार 15 साल बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है। इस मामले में कोर्ट ने अखिलेश सिंह और विक्रम सिंह को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया है।
विक्रम सिंह और उसके अखिलेश सिंह की ओर से बहस करने वाले अधिवक्ता प्रकाश झा ने बताया कि इस मामले में कुल 16 लोगों की गवाही हुई थी। 17 मई को बहस पूरी हो गई थी, जिसके बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। आज मामले की सुनवाई करते हुए दोनों को बरी कर दिया गया।
गौरतलब हो कि 4 अक्टूबर 2008 को साकची में टाटा स्टील के सुरक्षा अधिकारी जयराम सिंह की बिष्टुपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।मामले में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने बंटी जायसवाल और मनोरंजन सिंह को सजा सुनाई थी। हालांकि बंटी को हाईकोर्ट ने बरी कर दिया था, जबकि मनोरंजन सिंह को हाईकोर्ट ने नाबालिग पाया था।वहीं एक और आरोपी गौतम की मौत हो गई थी।ज्ञात हो कि विक्रम सिंह और अखिलेश सिंह में गुरु चेला का रिश्ता है। विक्रम सिंह अपने शिष्य अखिलेश सिंह को कराटे सिखाता था। जिससे दोनों में गहरी दोस्ती हुई और ये अपराध की दुनिया में अपना परचम लहराते गए। इन दोनों के विरुद्ध दर्जनों अपराधिक मामले हैं। कुछ में उम्र कैद की सजा भी हो चुकी है।

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