नक्सलियों ने पोस्टर जारी कर ग्रामीणों को धमकाया ,कहां जंगल में ना जाए, आईडी बम के हो सकते हैं शिकार
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला में पुलिस के लगातार मिल रहे कामयाबी के बाद भाकपा माओवादी संगठन की दक्षिणी जोनल कमेटी ने दो पोस्टर जारी कर ग्रामीणों को सतर्क किया है। पर्चा में कहा गया है कि कोल्हान वन क्षेत्र में जारी बर्बर पुलिसिया दमन अभियान के प्रतिरोध हेतु पुलिस के आने-जाने वाले रोड में, जंगल-पहाड़ों पर, जंगल जाने वाले सड़क, पगडंडियों (पैदल रास्तों) पर और झाड़ियों में जहां-तहां अनियंत्रित माइन (बम) या बुबी ट्रैप (पागल जाल) बिछाया हुआ है। अतः आप ग्रामीणों, लकड़हारों, केन्दु पत्ती तोड़ने वालों और चरवाहों से अपील है कि वह जंगल व पहाड़ों पर ना जाएं, इस आदेश का पालन करें।इस आदेश का उल्लंघन कर जंगल-पहाड़ जाने से बुबी ट्रैप की चपेट में आकर क्षणभर में जान जा सकती है या बुरी तरह से घायल हो सकते हैं। इसका जिम्मेवार आप खुद, सरकार व पुलिस अधिकारी होंगे। पीएलजीए व भाकपा (माओवादी) नहीं।
एक अन्य पर्चे में कहा गया है कि 27 मई से तुम्बाहाका और मारादीरी गांव में ग्रामीणों को पुलिस ने अपने कब्जे में कर रखा है। जबकि पुलिस पहले से ही बुबी ट्रैप तथा स्पाइक होल से घिरकर फंसे हुए हैं। इस दौरान अपने-आप को बचाने के लिए ग्रामीणों को अपना ढाल बनाकर बुबी ट्रैप व स्पाइक होल का शिकार बना रही है। साथ ही अपनी कायरता को छुपाकर नक्सलियों पर ही इसका आरोप मढ़ते रहते है। संगठन ने ग्रामीणों से अपील की है कि पुलिस का मानव ढाल बनकर बुबी ट्रैप और स्पाइक होल का शिकार ना बने। गौरतलब हो कि पुलिस द्वारा लगातार नक्सलियों के विरुद्ध सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। 5 दिन से नक्सलियों के लगाए गए आईडी बम बरामद कर नष्ट किया जा रहा है। बताया जाता है कि इससे नक्सली बौखला गए हैं और ग्रामीणों को डराने के लिए पोस्टर बाजी पर उतर आए हैं। नक्सलियों को डर है कि उनके विरुद्ध ग्रामीण हो गए तो उनकी एक-एक गतिविधि की सूचना पुलिस तक पहुंचाने लगेगा। इससे वे पुलिस दल का शिकार बन सकते हैं।