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ब्लैकमेलर पत्रकार गिरोह के मुखिया विनोद सिंह और सदस्यों के विरुद्ध रेखा सिंह ने प्रधानमंत्री से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक लगाई गुहार, कहा फर्जी पत्रकारों से है त्रस्त, सुरक्षा मुहैया कराया जाए, जमशेदपुर प्रेस क्लब ने ब्लैकमेलर पत्रकार गिरोह को दिखाया बाहर का रास्ता….

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर में ब्लैकमेलर पत्रकार गिरोह के मुखिया विनोद सिंह की भाभी रेखा सिंह ने प्रधानमंत्री से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर गुहार लगाई है। जिसमें उन्होंने कहा है कि उनके ससुर कुंवर सिंह अपने छोटे पुत्र विनोद सिंह के साथ आवास में फर्जी कार्यालय खोल कर रखे हैं। जहां असामाजिक तत्वों का हमेशा आना जाना होता है। जिससे यहां के लोग भी उनके फर्जी पत्रकारों से त्रस्त है। सभी व्यापारियों से ब्लैक मेलिंग करते हैं। इससे उन्हें और उनके परिवार की जान माल की सुरक्षा की जाए।
सत्य का ठेका लेकर पत्रकारिता के नाम पर लोगों से ब्लैक मेलिंग करने वाले विनोद सिंह के विरुद्ध उनकी भाभी रेखा सिंह ने प्रधानमंत्री से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखा है।


जमशेदपुर प्रेस क्लब ने लिया है एक्शन
ब्लैकमेलर पत्रकार गिरोह के मुखिया के विरुद्ध जब अपनी उनकी सगी भाभी और परिवार के लोगों के अलावा शहर के अनेकों लोगों ने प्रेस क्लब जमशेदपुर से शिकायत की ,तो जांच हुई। जिसमें विनोद सिंह सहित गिरोह के सभी सदस्य दोषी पाए गए। जिसके कारण जमशेदपुर प्रेस क्लब ने सभी सदस्यों को बाहर का रास्ता दिखाते हुए उनकी सदस्यता समाप्त कर दी है। जिससे परेशान विनोद सिंह और गिरोह के सदस्य अब प्रेस क्लब जमशेदपुर के लोगों पर कीचड़ उछालने का प्रयास कर रहे हैं।

 

दूसरी ओर रेखा सिंह ने अपने पत्र की कॉपी पूर्वी सिंहभूम जिला के डीसी, कोल्हान के डीआईजी, झारखंड के डीजीपी, चीफ सेक्रेट्री झारखंड, होम सेक्रेट्री झारखंड, प्राइम मिनिस्टर ऑफ इंडिया, प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया, इनकम टैक्स कमिश्नर रांची, जेएनएसी, प्रेस क्लब आफ इंडिया न्यू दिल्ली, प्रेस क्लब जमशेदपुर , चीफ जस्टिस सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया को भेजा है।

उक्त पत्र में लिखा हुआ है कि मैं रेखा सिंह पति श्री अशोक सिंह साकिन लाइन नंबर 13 क्वार्टर नंबर 390 काशीडीह साकची  का रहने वाली हूं। यह मकान मेरे ससुर कुंवर सिंह द्वारा जी प्लस फोर बनाया गया है। जिसमें मैं अपने पति और बेटियों के साथ एवं हमारे देवर विनोद सिंह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ फर्स्ट फ्लोर में रहते हैं । मुझे 3rd फ्लोर दिया गया है। हमारी बित्तीय  स्थिति अच्छी नहीं रहने के कारण हम दोनों पति-पत्नी जॉब करने घर से बाहर  निकल जाते हैं । हमारे घर में दो बेटियां स्टैंडर्ड ट्वेल्थ में पढ़ती हैं। विनोद सिंह जबरदस्ती एक फर्जी प्रेस कार्यालय खोल रखे हुए हैं।बिना पत्रकारिता का कोर्स किए विनोद सिंह गेट के बाहर अपने को झारखंड ब्यूरो चीफ का नेमप्लेट लगा कर रखे हैं। जबकि विनोद सिंह इंटर पास है। विनोद सिंह, इंद्रजीत सिंह, अमिताभ वर्मा, अविनाश शर्मा और अदिति सिंह जैसे फर्जी लोगों को अपने प्रेस में जोड़कर तक्षक पोस्ट के नाम पर एक फर्जी कार्यालय बना लिया है। विनोद सिंह एवं उनके साथ जुड़े फर्जी पत्रकार शहर में घूम घूम कर व्यापारियों को डरा धमका कर एवं फेसबुक में बदनाम करने की धमकी देते हैं।

उक्त व्यापारियों को इस फर्जी कार्यालय में बुलाते हैं। लोगों को बुलाकर पैसे की वसूली करते हैं। कभी-कभी भिन्न-भिन्न थाना से कुछ पुलिस ऑफिसर आते हैं ,जिसे विनोद सिंह एवं उनके फर्जी पत्रकार उक्त पुलिसकर्मियों को ओबलाइज करते रहते हैं। विनोद सिंह और उनके फर्जी पत्रकारों पर बिष्टुपुर थाना में 50/ 2022 एवं साइबर क्राइम केस नंबर 21/ 2023 दर्ज है। अविनाश शर्मा साइबर पीएस केस नंबर 48/2020 में  charge sheeted है। विनोद सिंह साकची थाना कांड संख्या 663/2015 का अभियुक्त है। श्रीमान साइबर क्राइम केस नंबर 21/ 20 22 के मालिक जयप्रकाश सिंह ने विनोद सिंह एवं उनके फर्जी पत्रकारों पर  एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज  2 में u/s 323/ 341/354/387/406/420/488/452/467/468/471/500/506/509/34 I.P.C और66 E of it act में केस फाइल किया था। जिसमें एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जस्टिस 2 ने दिनांक 2 अगस्त 2022 को o.c  साइबर थाना बिस्टुपुर जमशेदपुर को f.i.r. करने का आदेश दिया था। लेकिन O.C उपेंद्र मंडल साइबर थाना ने विनोद सिंह एवं उनके फर्जी पत्रकारों के प्रकोप से बचाने के लिए करीब 9 महीने तक f.i.r. नहीं किया। तब शिकायतकर्ता जय प्रकाश सिंह ने ओरनोबेल एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज  2 दो जमशेदपुर की अदालत मेंदिनांक 14 जनवरी 2023 को उपेंद्र मंडल को साइबर P.S. बिस्टुपुर के द्वारा अब तक f.i.r. नहीं करने का आवेदन दिया है और एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज 2 ने O.C उपेंद्र मंडल को आदेश दिया कि ‘’Send a report whether F.I.R has been lodged or not.’’

 

 

श्रीमान देवर विनोद सिंह को हमारे ससुर कुंवर सिंह भी इस आवासीय मकान में फर्जी कार्यालयले चलाने के लिए प्रोत्साहन देते हैं। एवं इस फर्जी कार्यालय में असामाजिक तत्वों का हमेशा आना जाना होता है। जिससे यहां के लोग भी विनोद सिंह एवं उनके फर्जी पत्रकारों से त्रस्त है। यहां हमारे आवासीय मकान में  एक फर्जी कार्यालय खोलने तथा हर रोज अपराधिक चरित्र के लोगों की आवाजाही से हम लोग अपने आप को असुरक्षित समझ रहे हैं। विनोद सिंह 2 साल पहले हमारे गांव बलिया यूपी जाकर हमारे पुश्तैनी जमीन को धोखे से एक करोड़ रूपया में बेच दिया। मैंने जब उससे अपना आधा हिस्सा मांगा, तो विनोद सिंह ने आधा पैसा जल्द देने का आश्वासन दिया। पर आज तक मुझे रुपए नहीं दिया और मेरे साथ विश्वासघात किया। श्रीमान मुझे यह भी ज्ञात हुआ है कि विनोद सिंह उनके फर्जी पत्रकारों को प्रेस क्लब से निष्कासित किया जा चुका है। अतः श्रीमान से निवेदन है कि तक्षक पोस्ट के फर्जी पत्रकार विनोद सिंह, इंद्रजीत सिंह भुल्लर पर उचित कानूनी कार्रवाई करते हुए उक्त कार्यालय में अपराधीक लोगों की आवाजाही रोकने तथा लोगों की इज्जत आबरू की रक्षा की दृष्टि से उक्त फर्जी कार्यालय को हमारे आवासीय मकान से हटाने की कृपा जांच की जाए। अन्यथा वहां कभी भी कोई  संगीन अपराध घटित हो सकता है इसके लिए मैं सदा आभारी रहूंगी।

अब सुधी पाठक यह समझ ले जो सत्य का ठेकेदार बनके घूम रहा है। उसकी अपनी ही भाभी फर्जी पत्रकार होने का आरोप लगा रही है। बलिक ब्लैकमेलर बता रही है। जिस व्यक्ति को प्रेस क्लब जमशेदपुर में दोषी पाकर अपने ग्रुप से निकाल दिया और सदस्य समाप्त कर दी वह व्यक्ति चौथे स्तंभ के आड़ में किस तरह अपने हित के लिए उपयोग करते हुए बदनाम कर रहा है। वही समाज और अपने कौम के दुश्मन इंद्रजीत सिंह भुल्लर अपने निजी स्वार्थ के लिए सिख कम्युनिटी को धार्मिक भावना का रूप देकर भड़काने का प्रयास कर रहे हैं यह उनके ही समाचार से खूलासा हो गया है। पहली बात तो यह होती कि पत्रकारों का कोई जाति और धर्म नहीं होता है। वे समाज के एक पथ प्रदर्शक होते हैं और सत्य का साथ देते हैं। अब यहां इंद्रजीत सिंह भुल्लर पत्रकार है? या ब्लैकमेलर है ?या समाज को भड़काने वाले कम्युनल व्यक्ति है? यह प्रश्न में अपने सुधि पाठकों को पर छोड़ता हूं। मैं यह मानता हूं कि पाठक मुझसे ज्यादा समझदार है।

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