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जाने राष्ट्रीय ध्वज निर्माण करने वाले पिंगली वेंकैया // पुण्यतिथि के संबंध में

 

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

 

*1916 में पिंगली वेंकैया ने एक ऐसे झंडे के बारे में सोचा जो सभी भारतवासियों को एक धागे में पिरोकर रखें।उनकी इस पहल को एस.बी. बोमान जी और उमर सोमानी जी का साथ मिला और इन तीनों ने मिल कर “नेशनल फ्लैग मिशन” की स्थापना की।

 

1947 में अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया गया।देश की आजादी की घोषणा से कुछ दिन पहले फिर कांग्रेस के सामने ये प्रश्न आ खड़ा हुआ कि अब राष्ट्रीय ध्वज को क्या रूप दिया जाए? इसके लिए फिर से डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई गई और तीन सप्ताह बाद 14 अगस्त को इस कमेटी ने अखिल भारतीय कांग्रेस के ध्वज को ही राष्ट्रीय ध्वज के रूप में घोषित करने की सिफारिश की। 15 अगस्त 1947 को तिरंगा हमारी आजादी और हमारे देश की आजादी का प्रतीक बन गया।

 

भारत के राष्ट्रीय ध्‍वज तिरंगे का डिजाइन बनाने वाले पिंगली वेंकैया के सम्मान में भारत सरकार ने उनके नाम पर डाक टिकट जारी किया था।राष्ट्रीय ध्वज बनाने के बाद पिंगली वेंकैया का झंडा “झंडा वेंकैया” के नाम से लोगों के बीच लोकप्रिय हो गया। 4 जुलाई, 1963 को पिंगली वेंकैया का निधन हो गया।

सौजन्य: इंटरनेट

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