देश में लगातार आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में विश्व आदिवासी दिवस में किसी तरह का सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होना चाहिए:
बुधराम लागुरी
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला चाईबासा मेंआदिवासी मुंडा समाज विकास समिति के केंद्रीय अध्यक्ष बुधराम लागुरी ने मांग की है कि
देश में लगातार आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में इस वर्ष विश्व आदिवासी दिवस में किसी तरह का सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होना चाहिए । विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी मुंडा समाज विकास समिति की ओर से देश में रहे आदिवासी पर अत्याचार के विरुद्ध राष्ट्रपति को संबोधित जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाएगा ।
श्री लागुरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही कि मणिपुर के अलावे देश के कई राज्यों में लगातार आदिवासियों _ दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं परंतु राज्य के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मानवाधिकार के लोग मौन सादे हुए हैं। यह चिंता का विषय है। इस मामले पर आज देश के विपक्ष पार्टी के लोग सड़क से लेकर संसद सदन तक अपनी आंदोलन को जारी रखे हुए हैं। वहीं मणिपुर हिंसा व सामूहिक बलात्कार के मामले में उच्चतम न्यायालय का भी केंद्र सरकार के कार्यों पर अपना टिपण्णी दिए हैं । ऐसे में हम सभी का कर्तव्य बनता है कि इस मुश्किल की घड़ी में उनका साथ दें। श्री लागुरी ने कहा कि देश एवं राज्य में आदिवासी भाई एवं बहनों के साथ अत्याचार हो रहा है। ऐसी परिस्थिति में आदिवासी दिवस पर उत्साह नहीं होकर आदिवासियों पर हो रहे जुल्म के खिलाफ आवाज बुलंद करने की जरूरत है । इसलिए इस वर्ष आदिवासी मुंडा समाज विकास समिति जिले में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल नहीं होगा । देश _प्रदेश स्तर पर आदिवासियों के साथ मारपीट, अत्याचार, शोषण, बलात्कार आदि अनेक प्रकार की घटनाओं को देखते हुए आदिवासियों की संरक्षण और अधिकारों के लिए महारैली निकलकर माननीय राष्ट्रपति और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा जाना चाहिए ।