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हिंसा की आग में झुलसा हरियाणा का नूंह, दो होमगार्ड सहित तीन की मौत, 50 से अधिक घायल,थाने में वाहन फूंके, पुलिस ने की फायरिंग

न्यूज़ लहर संवाददाता
हरियाणा: नूंह में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद, मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी और बजरंग दल द्वारा निकाली गई ब्रजमंडल 84 कोस शोभा यात्रा के दौरान दो पक्षों के बीच बवाल हो गया। जैसे ही नूंह के नल्हड़ स्थित नलहेश्वर महादेव मंदिर से यात्रा शुरू हुई, वैसे ही पथराव और नारेबाजी होने लगी। यात्रा में शामिल लोगों के साथ ही पुलिसकर्मियों पर भी पथराव किया गया।इस बीच बलवाइयों ने आगजनी कर दी। कई वाहनों में तोड़फोड़ कर कई को आग लगा दी। दोपहर से लेकर शाम तक चले बवाल में करीब 50 लोग घायल हुए। सभी को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। दो होमगार्ड सहित तीन लोगों की मौत हो गई।अब नूंह,गुरूग्राम और रेवाड़ी में धारा 144 लगा दिया गया है साथ ही इंटरनेट बंद कर दिया गया है।

नूंह जिला प्रशासन ने हालात से निपटने के लिए दूसरे जिलों से पुलिस फोर्स बुलाई। बवाल के बाद पूरे जिले में धारा-144 लगाकर इंटरनेट सेवा को अस्थायी रूप से अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है। इसके साथ ही जिले की सीमाएं भी सील कर दी गई हैं।
विश्व हिंदू परिषद और मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी ने सोमवार को ब्रजमंडल यात्रा निकालने का ऐलान किया था। विगत तीन साल से यह यात्रा निकाली जा रही है। यात्रा नूंह से शुरू होकर फिरोजपुर झिरका होते हुए पुन्हाना के सिंगार गांव स्थित मंदिर तक जानी थी। दोपहर करीब डेढ़ बजे नूंह के नल्हड़ शिव मंदिर से फिरोजपुर झिरका की तरफ रवाना हुई यात्रा जैसे ही शहीदी पार्क के पास पहुंची, वहां समुदाय विशेष के लोग पहले से जमा थे। आमने-सामने आते ही दोनों पक्षों में तकरार हो गई। देखते ही देखते पथराव होने लगा। यात्रा के साथ चल रहे पुलिसकर्मियों ने स्थिति को संभालने का प्रयास किया, मगर भीड़ बेकाबू हो गई। भीड़ में शामिल उपद्रवियों ने कुछ गाड़ियों को आग लगा दी। बवाल के दौरान गोलीबारी भी हुई।
बेकाबू भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। हालांकि इनका ज्यादा असर दिखाई नहीं दिया। इसके बाद पुलिस ने हवाई फायर भी किए। ऐसे में भीड़ वहां से हटकर शहर में अन्य जगहों पर बवाल करने लगी। बवाल को नियंत्रित करने के लिए रेवाड़ी, पलवल और गुरुग्राम से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। तकरीबन 1000 जवान मैदान में उतार दिए गए।
उपद्रवियों ने एक निजी बस को लूट लिया। इसमें सवार यात्रियों से मारपीट के बाद उन्हें उतार दिया। इसके बाद उपद्रवी बस लेकर अनाजमंडी स्थित साइबर थाने जा पहुंचे। यहां बस से पहले थाने का गेट तोड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन इसमें असफल रहने पर उपद्रवियों ने थाने की दीवार में टक्कर मारकर उसे ढहा दिया। थाने में खड़े एक पुलिसकर्मी के वाहन के साथ ही चार निजी वाहनों को आग लगा दी। थाने में जब्त वाहनों को भी उपद्रवियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया। थाने को आग लगाने का भी प्रयास किया। घटना के समय साइबर थाने में तीन-चार ही पुलिसकर्मी थे, जोकि जान बचाकर निकल भागे।
अनाजमंडी में खड़ी आढ़तियों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की।
दोपहर को शुरू हुआ उपद्रव जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, वैसे ही नूंह के गांवों से भी एक समुदाय के लोग भारी संख्या में नूंह शहर की ओर दौड़ पड़े। इससे हालात और बिगड़ गए। उपद्रवियों ने जबरन दुकानों को भी बंद करा दिया और राह चलते लोगों से भी बदतमीजी की। उनसे मारपीट की गई। बाजार में दो-तीन दुकानों को उपद्रवियों ने आग लगा दी।
नूंह स्थित काली मंदिर पर भी उपद्रवियों ने पथराव किया। इससे मंदिर का पुजारी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, नूंह के मोनू मानेसर व उसके बजरंग दल से जुड़े साथियों पर कई लोगों की जान लेने का आरोप है। उसने कुछ दिन पहले वीडियो वायरल किया था और खुले तौर पर चुनौती दी थी कि वह यात्रा के दौरान मेवात में रहेगा। इस पर इलाके के लोगों ने भी पलटवार किया था। क्षेत्र का माहौल पहले से ही गर्म था। इसके बाद नूंह शहर के पास गुरुग्राम-अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जमकर बवाल हुआ।
बवाल के बाद नूंह-होडल मार्ग को डायवर्ट कर दिया गया। पूरे नूंह शहर की मार्केट बंद हो गई। सबसे पहले तिरंगा पार्क के आसपास के इलाके की दुकानें बंद हुईं। उसके बाद देखते ही देखते नूंह सिटी की मेन मार्केट के अलावा नया बाजार, गली बाजार और होडल बाईपास समेत दूसरी मार्केट भी दुकानदारों ने बंद कर दीं। तनाव को देखते हुए लोग घरों में दुबके हुए थे।
नूंह जिला में साम्प्रदायिक तनाव के मद्देनजर गुरुग्राम के जिलाधीश एवं डीसी निशांत कुमार यादव ने ज़िला गुरुग्राम में कानून के बेहतर अनुपालन कराए जाने और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू की है। सोमवार शाम जिलाधीश द्वारा निर्देश जारी किए गए। जारी आदेशों में आगामी आदेशों तक जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू करते हुए आदेशों का पालन सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं।
जिलाधीश द्वारा जारी आदेशों में जिला में किसी भी सड़क मार्ग को अवरुद्ध करने या सार्वजनिक जगह पर पांच या अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने, किसी भी प्रकार के लाइसेंसी हथियार या फायर आर्म्स, तलवार, गंडासा, लाठी, बरछा, कुल्हाड़ी, जेली, चाकू व अन्य हथियार लेकर चलने पर पाबंदी लगाई गई है। ये आदेश जिला में तुरंत प्रभाव से लागू किए गए हैं जोकि आगामी आदेशों तक प्रभावी रहेंगे। जारी आदेशों की अवहेलना करने वालों पर भारतीय दंड संहिता की धारा-188 के तहत कार्यवाही की जाएगी।
सोमवार को यह यात्रा गुरुग्राम के सिविल लाइन क्षेत्र से शुरू हुई थी। बीजेपी की जिला अध्यक्ष गार्गी कक्कड़ ने इस यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया था। दोपहर में यह यात्रा नूंह के नल्हड़ शिव मंदिर से फिरोजपुर-झिरका की ओर रवाना हो गई थी। खेड़ला मोड़ और तिरंगा पार्क के आस-पास यात्रा को लेकर विवाद होना शुरू हो गया। आरोप है कि यात्रियों की तरफ से नारे लगाये जा रहे थे। इस समुदाय के लोगों ने इसका विरोध किया। गाड़ी में सवार युवकों ने यात्रा को रोक दिया। इस पर दोनों पक्षों में तीखी बहस हो गई। इस पर यात्रा पर पथराव कर दिया गया। इस दौरान पुलिस भी हरकत में आ गई। उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों पर भी पथराव कर दिया। वहीं सड़कों पर खड़े वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। उपद्रवियों ने वाहनों में जमकर तोड़फोड़ भी की। इसके बाद नूंह शहर के अंदर भी यह उपद्रव फैल गया था।
नूंह में जारी हिंसा के दौरान एक होमगार्ड की भी मौत हो गई है। इस दौरान वहां पर जगह-जगह आगजनी और पत्थरबाजी की घटनाएं भी सामने आई हैं। इस हिंसा के बाद सावधानी बरतते हुए गुरुग्राम प्रशासन ने यहां धारा-144 लागू की है। इसके साथ ही प्रशासन ने नियमों का पालन करने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं। मंगलवार को भी हिंसा जारी होने की बात कही गई है।

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