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चंद्रयान-3 चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया,23 अगस्त को लैंडर चंद्रमा की सतह पर करेगा लैंड 

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

नई दिल्ली:चंद्रयान-3 ने 22 दिन के सफर के बाद आज शाम करीब 7:15 बजे चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया। जानकारी के लिए आपको बता दें की चंद्रयान-3 …14 जुलाई को पृथ्वी से लॉन्च हुआ था। ISRO ने बड़ी सफलता हासिल की है। Chandrayaan-3 ने चांद का ऑर्बिट पकड़ लिया है। अब चंद्रयान करीब 166 km x 18 हजार km की ऑर्बिट में यात्रा कर रहा है। 23 अगस्त को लैंडर चंद्रमा की सतह पर लैंड करेगा।

ये उपलब्धि इस लिहाज से भी खास है क्योंकि इसे सबसे कठिन चरण माना जा रहा था। अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 23 अगस्त को चंद्रयान-3 की चंद्रमा की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कराने की कोशिश करेगा। स्पीड कम करने के लिए इसरो वैज्ञानिकों ने यान के थ्रस्टर कुछ देर के लिए फायर किए। इसरो ने X पोस्ट में इसकी जानकारी दी। चंद्रमा के चारों तरफ पांच ऑर्बिट बदले जाएंगे।

आज के बाद 6 अगस्त की रात 11 बजे के आसपास चंद्रयान की ऑर्बिट को 10 से 12 हजार किलोमीटर वाली ऑर्बिट में डाला जाएगा। 9 अगस्त की दोपहर पौने दो बजे करीब इसके ऑर्बिट को बदलकर 4 से 5 हजार किलोमीटर की ऑर्बिट में डाला जाएगा। ISRO ने 14 जुलाई को चंद्रयान-3 मिशन लॉन्च किया था, जिसके बाद से ही लोगों की दिलचस्पी चंद्रयान-3 के सफर को लेकर बनी हुई है।

यह चक्कर 166 x 18054 किलोमीटर के दायरे में होगा।इस प्रक्रिया को लूनर ऑर्बिट इंजेक्शन या इंसर्शन भी कहते हैं। चंद्रयान-3 चंद्रमा की दो-तिहाई दूरी तय कर चुका है और अब मिशन एक महत्वपूर्ण चरण में प्रवेश कर गया, जोकि इस पर लगातार काम कर रहे वैज्ञानिकों के दिलों धड़कनें बढ़ा रहा है।

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