जाने उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के पुण्यतिथि के संबंध में
न्यूज़ लहर संवाददाता
21 अगस्त 2006 को भारत रत्न से सम्मानित, महान शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान इस दुनिया को अलविदा कह गए थे, उनकी मौत पर सरकार ने राष्ट्रीय शोक घोषित किया था। वाराणसी में जब उनको सुपुर्द-ए-खाक किया गया, तो उनकी एक शहनाई भी उन्हीं के साथ दफन की गई थी और भारतीय सेना द्वारा 21 गन सैल्यूट के राजकीय सम्मान के साथ उनको अंतिम विदाई दी गई थी।
भारत रत्न और प्रख्यात शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खान मुस्लिम होने के बावजूद वो हिंदू देवी सरस्वती के बहुत बड़े भक्त थे। दुनियाभर के मंचों पर शहनाई को पहुंचाने का श्रेय उनके हिस्से में जाता है। उन्हें 1947 में देश की आजादी की पूर्व संध्या पर लाल किला पर और 1950 में गणतंत्र दिवस समारोह में शहनाई बजाने का गौरव प्राप्त है।
‘भारत रत्न’ से सम्मानित महान शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की पुण्यतिथि पर उन्हें सादर श्रद्धांजलि।
शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की शहनाई से निकले सु-मधुर स्वर, संगीत प्रेमियों की स्मृतियों में सदैव जीवंत रहेंगे।
सौजन्य: इंटरनेट