राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डाॅ शिव बचन तिवारी रांची के हाईकोर्ट के अच्छे अधिवक्ता के रूप में चर्चित …… अधिवक्ताओं को पत्र-व्यवहार और न्यायालय के बहस में गरिमापूर्ण भाषा का उपयोग करना चाहिए ,डाॅ शिव बचन तिवारी
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:रांची हाई कोर्ट में क्रिमिनल, सिविल, टैक्सटेशन, सर्विस मैटर को लेकर अच्छे हाईकोर्ट अधिवक्ता के रूप में चर्चित डाॅ शिव बचन तिवारी ने साक्षात्कार में बताया कि एचईसी राँची शिक्षा विभाग से सेवा निवृत्ति होने के उपरांत बतौर अधिवक्ता के रूप में कार्यरत रह झारखण्ड के लोगों को बेहतर से बेहतर सेवा दे रहे हैं । पीएच डी की उपाधि गणित विषय के साथ – साथ लॉ में ऑनर्स तथा बीएड कर शिक्षा विभाग में उन्होने उत्कृष्ट पहचान बनाई है।पीएच डी की उपाधि गणित विषय करने के कारण इनकी पहचान एक अच्छे गणितझ के रूप में बच्चों व लोगों के बनी हुई है। अच्छे शिक्षा विद् व गणित विषय के ज्ञाता के रुप में लंबी सेवा अवधि तक सेवा इन्होने एच ई सी के शिक्षा विभाग में सेवा दी है। इनके राँची के एचईसी में
उत्कृष्ट सेवा देने के कारण इन्हें राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अधिवक्ता डाॅ शिव बचन तिवारी ने बताया कि उनके उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए एच ई सी शिक्षा विभाग में प्राचार्य के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद भी उन्हें 5 वर्षों का सेवा विस्तार की स्वीकृति प्रदान की थी । एचईसी रांची शिक्षा विभाग द्वारा दर्जनों एवार्ड से सम्मानित स्कूल के प्राचार्य रहे डाॅ शिव बचन तिवारी की राँची में एक अलग पहचान है।एचईसी रांची शिक्षा विभाग के लंबे समय तक प्राचार्य रहे डाॅ शिव बचन तिवारी ने बताया कि उन्होंने 65 वर्षों तक अपनी सेवा दे शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने में अग्रणी भूमिका निभाई है ।कोरोना समाप्ति के उपरांत लोगों की माँग के अनुसार उन्होंने निर्णय लिया कि निजी कंपनी व आम लोगों की समस्याओं का निराकरण हेतु हाई कोर्ट से वरीय अधिवक्ता के रूप में कार्य करेंगे ।इनके पैनल एडवोकेट में संबंधित मामलोंके निराकरण हेतु डाला जा सकता है ।शिक्षण संस्थान से जुड़े होने के कारण शिक्षण कार्यों में लगे लोगों की समस्याओं को बतौर अधिवक्ता बखूबी हल करते हुए इन्हें देखा जा रहा है ।
एचईसी रांची शिक्षा विभाग के लंबे समय तक प्राचार्य रहे, अधिवक्ता डॉ शिव बचन तिवारी
रांची हाई कोर्ट में एक चर्चित अधिवक्ता होने के बावजूद भी आम लोगों की समस्या एवं उनके तकलीफों को सत्यता के आधार पर हल करना व समस्या के निराकरण के लिए पहल करना इनकी पहली प्राथमिकता है । सच्चाई यह हैं कि कानूनी सेवाओं के सिद्ध इतिहास व गणित विषय के जानकार डाॅ शिव बचन तिवारी
एक अनुभवी वकील हैं । वे झारखंड उच्च न्यायालय की अदालतों में मामलों की वकालत करते हैं। वे अपने ग्राहकों को सर्वोत्तम परिणाम के लिए सर्वोत्तम संभव निर्णय लेने में मदद करते है । उनका मानना है कि अधिवक्ता को अपने किसी भी ऐसे मुवक्किल का प्रतिनिधित्व नहीं करना चाहिए, जिसका आचरण अनुचित हो। अधिवक्ताओं को पत्र-व्यवहार और न्यायालय के बहस में गरिमापूर्ण भाषा का उपयोग करना चाहिए। उन्हें न्यायालय में बहस के दौरान किसी अनुचित भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिये।