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न्यूज़ लहर का अंदेशा सच हुआ….. अपमानित लोकपाल ने बहरागोड़ा प्रखंड विकास पदाधिकारी को बीस लाख रुपए का भेजा नोटिस

 

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम और पूर्वी सिंहभूम जिला के लोकपाल अरुणाभा कर और बहरागोड़ा प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार साहू के बीच तनातनी का मामला अदालत की ओर बढ़ चला है। अपमानित लोकपाल ने झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के सचिव से की शिकायत के साथ कार्रवाई की मांग की थी।अब उन्होंने अपने अधिवक्ता संजय कुमार सिंह के माध्यम से बहरागोड़ा प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार साहू को बीस लाख रुपए का नोटिस भेज दिया है।

क्या है मामला?

मामला है राजेश कुमार साहू के कार्यालय में लोकपाल अरुणाभा कर द्वारा बैठक करने का। जिसको लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार साहू ने लोकपाल को अपमानित कर दिया था। लोकपाल ने बगैर पूछे प्रखंड विकास पदाधिकारी के कार्यालय में बैठक करने पर सार्वजनिक रूप से अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है।यह आरोप लोकपाल अरुणाभा कर ने लगाया था। वही नाराज लोकपाल ने झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के सचिव, उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम, मनरेगा आयुक्त ग्रामीण विकास विभाग से बहरागोड़ा प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार साहू के विरुद्ध लिखित शिकायत की है। साथ ही जांच कर राजेश कुमार साहू पर कार्रवाई की मांग की है।

न्यूज़ लहर ने पहले ही दोनों पदाधिकारियों के तकरार का मामला लंबा खींचने की थी संभावना व्यक्त

दो पदाधिकारियों के तकरार का यह मामला और अधिक लंबा खींचने की संभावना है।अब वह सच हो रहा है। प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार साहू द्वारा अमर्यादित भाषा के प्रयोग को लोकपाल ने अपने को इतना अधिक अपमानित महसूस किए कि अपने अधिवक्ता संजय कुमार सिंह के माध्यम से बहरागोड़ा प्रखंड विकास पदाधिकारी को बीस लाख रुपए का नोटिस भेज दिया। इससे पूर्व उन्होंने कार्रवाई की मांग की थी।

नवनियुक्त लोकपाल और प्रखंड विकास पदाधिकारी के बीच तकरार का कारण

झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के आदेश अनुसार लोकपाल अरुणाभा कर ने 16 अगस्त को बहरागोड़ा प्रखंड में क्षेत्र भ्रमण और जानकारी के लिए कार्यक्रम रखे थे। इसकी सूचना प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार साहू सहित अन्य को दी गई थी। इस संबंध में लोकपाल ने फोन द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार साहू के लोकेशन की जानकारी का प्रयास किए । लेकिन प्रखंड विकास पदार्थकारी राजेश कुमार साहू ने फोन नहीं उठाया। तब लोकपाल ने मनरेगा के प्रखंड क्रार्यक्रम पदाधिकारी अमित कुमार से संपर्क किया, तब उन्हेंने जानकारी दी कि प्रखंड विकास पदाधिकारी किसी कार्यक्रम में व्यस्त हैं और वह दोपहर 1:00 बजे तक पहुंच जाएंगे। इस दौरान लोकपाल ने मनरेगा से संबंधित अधिकारी, कर्मचारी और मुखियाओं के साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी के कार्यालय में बैठक करने लगे। सूचना के अनुसार प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार साहू दोपहर 12:30 बजे के लगभग अपने कार्यालय में पहुंचे और वहां मनरेगा संबंधी बैठक को देखकर वह भड़क गए। उन्होंने अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए लोकपाल को भला बुरा कहने लगे।इस दौरान लोकपाल अरुणाभा कर ने प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार साहू से क्षमा मांगते हुए मीटिंग हॉल में जाकर मनरेगा से संबंधित सारे कार्यों का निपटारा किए। आरोप है कि इस दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार साहू घृणा भरे शब्द और अमर्यादित भाषा का प्रयोग किए।इस फटकार से नाराज लोकपाल ने अपने को अपमानित महसूस किए और इस संबंध में उन्होंने झारखंड ग्रामीण विकास सचिव, उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम, मनरेगा आयुक्त ग्रामीण विकास विभाग को पत्र लिख सारी बातों से अवगत कराया। जिसमें उन्होंने कहा है कि मेरी क्षमा मांगने के बाद भी प्रखंड विकास पदाधिकारी बहरागोड़ा राजेश कुमार साहू ने मेरे साथ और अमर्यादित, घृणा भरे शब्द का प्रयोग किया है। उनके व्यवहार के लिए जांच कराई जाए और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
इस मांग के बाद लोकपाल अरुणाभा कर अपने को अपमानित करने वाले बहरागोड़ा प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार साहू को नोटिस भेज कर यह साफ कर दिया है कि वे अपने अपमान का बदला हर हाल में ले कर रहेंगे।

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