श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश पर्व 16 को
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित
जमशेदपुर के बारीडीह गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सभा में 16 सितंबर शनिवार को सिखों के जीवंत गुरु श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पहले प्रकाश का 420 वां पर्व परंपरानुसार मनाया जाएगा। स्त्री सत्संग सभा की प्रधान बीबी दलविंदर कौर देबा की प्रधानगी में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया।
14 सितंबर गुरुवार को सूर्यखंड पाठ रखा जाएगा और 16 सितंबर को इसका भोग डाला जाएगा।भाई मनप्रीत सिंह का जत्था गुरबाणी कीर्तन इतिहास श्रवण कराएगा।
प्रधान कुलविंदर सिंह के अनुसार श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का संपादन पश्चिमी गुरु अर्जुन देव जी ने किया था और 1604 में इसका पहला प्रकाश हुआ। छह गुरुओं, निराकार ब्रह्म के उपासक भक्त कबीर भक्त नामदेव गुरु रविदास गुरु नामदेव के साथ ही 14 भट्ट ब्राह्मण और सूफी संत भाई फरीद जी की वाणी 31 मुख्य रागों में संकलित है।
1708 ईस्वी में गुरु गोविंद सिंह जी ने गुरुयायी सौंप दी।
प्रधान के अनुसार श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के कारण ही सिख पंथ की अपनी एक अलग, न्यारी पहचान है। गुरु ग्रंथ साहिब के अनुसार ही सिक्खों की जीवन पद्धति और मर्यादा है।
इस बैठक में चेयरमैन सरदार करतार सिंह, महासचिव सुखविंदर सिंह, डिपुटी प्रधान ज्ञानी कुलदीप सिंह, मार्गदर्शक बलविंदर सिंह, सलाहकार अवतार सिंह, साधू सिंह, बलदेव सिंह, काका जी, बीबी बलविंदर कौर एवं अन्य ने अपने विचार रखे।