29 सितंबर को खूंटी, चतरा, पलामू व दुमका से निकलेगी शौर्य जागरण यात्रा रथ
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:विश्व हिंदू परिषद की युवा इकाई बजरंग दल के द्वारा चलाए जा रहे देशव्यापी शौर्य जागरण यात्रा के तहत झारखंड में 29 सितंबर से शौर्य जागरण यात्रा रथ निकाली जाएगी, जो 8 अक्टूबर को रांची के श्री श्री जगन्नाथ मैदान धुर्वा में धर्मसभा के रूप में संपन्न होगी। सभा में हजारों हिंदू जनमानस की उपस्थिति रहेगी। अनेक संतों एवं अखिल भारतीय अधिकारियों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। यह बात विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष एवं रांची के धर्मसभा कार्यक्रम के संयोजक चंद्रकांत रायपत ने रांची स्थित विश्व हिंदू परिषद प्रांत कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा।
चंद्रकांत रायपत ने कहा भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को देश धर्म के लिए अधर्मियों से युद्ध करने की प्रेरणा देने के लिए ही श्रीमद्भागवत गीता सुनाई थी। आज देश के समक्ष पुनः महाभारत काल के समय जैसे ही परिस्थितियाँ हमें चुनौती दे रही है। राष्ट्र व धर्म विरोधी शक्तियां संगठित होकर भारत में आतंकवाद, अलगाववाद, जिहाद, घुसपैठ, धर्मांतरण, गौहत्या, जनसंख्या असंतुलन, धार्मिक स्थलों पर कई राज्य सरकारों की हस्तक्षेप जैसे अनेक प्रकार के कुचक्रों से हिंदू समाज पर आक्रमण कर हिंदू समाज और देश को तोड़ने का षड्यंत्र रच रही है। उन्होंने कहा हमें विश्वास है गीता के संदेश को जीवन में धारण कर हर हिंदू युवा इस धर्म युद्ध में भी अधर्मियों को पराजित करेगा।
चंद्रकांत रायपात ने कहा आगामी 2024 के जनवरी माह हिंदू-सनातन संस्कृति एवं हिंदू जनमानस के लिए अविस्मरणीय काल होगा। भगवान पुरुषोत्तम श्रीराम जी का अयोध्या जी में भव्य मंदिर हमारे सांस्कृतिक – धार्मिक केंद्र के साथ-साथ समस्त जनमानस को जीवन जीने की कला सिखाता हुआ केंद्र होगा। ऐसी पुण्य घड़ी के महत्ता को जन-जन तक पहुंचाने के निमित्त ही संपूर्ण देश के साथ-साथ झारखंड में भी शौर्य जागरण यात्रा निकाली जा रही है। यात्रा में धार्मिक आस्था केंद्रों के साथ-साथ प्रांत के उन क्रांतिवीरों को भी स्मरण किया जाएगा, जिन्होंने अपने समाज, देश, धर्म, संस्कृति की रक्षा के लिए अपनी प्राणों की आहुति दे दी। उन्होंने कहा भगवान बिरसा मुंडा, सिद्धू-कानू, नीलांबर-पीतांबर, ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव, वीर जतरा टाना भगत, पांडेय गणपत राय, तिलका मांझी, बुधु भगत जैसे अनेकों वीरों ने अपने धर्म संस्कृति एवं राष्ट्र के लिए बलिदान दिए, आज उनके बलिदानों की गाथाओं को युवा पीढ़ी को बताना अनिवार्य है।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री डॉ०बिरेन्द्र साहु ने बताया 28 सितंबर को झारखंड प्रांत के चार स्थानों क्रमशः (1) खूंटी में भगवान बिरसा मुंडा के जन्मस्थली उलिहातु में अपराह्न 2:00 बजे, (2) चतरा में शहीद जयमंगल पांडेय फांसी तालाब के निकट मैदान में अपराह्न 2:30 बजे, (3) पलामू में बंशीधर नगर मंदिर में अपराह्न 3:00 बजे व (4) दुमका मैदान में अपराह्न 4:00 बजे शौर्य जागरण यात्रा रथ व भगवान पुरुषोत्तम श्रीराम दरबार की पूजा-अर्चना के साथ महाआरती होगी। इन चारों स्थान से 29 सितंबर को प्रातः 7:30 आरती के बाद शौर्य जागरण यात्रा के रूप में रथ आगे बढ़ेगी। यात्रा के दौरान अनेकों स्थानों पर छोटी-छोटी सभाएं होगी जिसमें अनेको संतों , महंतों व विहिप के पदाधिकारियों का मार्गदर्शन साथ-साथ महाआरती इत्यादि कार्यक्रम होंगे।
डॉ० साहू ने बताया उलिहातु से निकलने वाला रथ खूंटी, चक्रधरपुर, चाईबासा, जगन्नाथपुर, घाटशिला, टेल्को, तमाड़, बुंडू, नामकुम होते हुए, चतरा से निकलने वाला चौपारण, कोडरमा, गिरिडीह, हजारीबाग, मांडू, रामगढ़, पतरातू, पिठौरिया, रातु होते हुए, पलामू बंशीधर नगर से निकलने वाला रथ गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, तोरपा, सिसई, भरनो, नगड़ी होते हुए तथा दुमका से निकलने वाला रथ पाकुड़िया, पाकुड़, साहिबगंज, गोड्डा, देवघर, जामताड़ा, गोविंदपुर, धनबाद,चास, पेटरवार, गोला, रामगढ़, ओरमांझी होते हुए सभी चारों रथ 8 अक्टूबर को रांची स्थित श्रीश्री जगन्नाथ मैदान में हो रहे धर्मसभा में सम्मिलित होंगे।
डॉ. साहु ने बताया इस पूरे प्रांत की यात्रा को संचालन के लिए प्रांत यात्रा संयोजक रंगनाथ महतो, प्रांत यात्रा प्रमुख दीपक ठाकुर व प्रांत यात्रा सहप्रमुख संजय चौबे व मनोज वर्णवाल होंगे। इसके अलावा चारों केंद्रो से निकलने वाले यात्रा के मुख्य संरक्षक, संरक्षक, संयोजक, सहसंयोजक, प्रमुख, सहप्रमुख के रूप में घोषित कार्यकर्ता अपनी-अपनी भूमिका निभाएंगे।
प्रेस वार्ता में प्रान्त सहमंत्री रंगनाथ महतो, सामाजिक समरसता प्रांत प्रमुख व धर्मसभा आयोजन के सहसंयोजक मिथिलेश्वर मिश्र, रांची महानगर के अध्यक्ष व धर्मसभा आयोजन के सहसंयोजक कैलाश केसरी, प्रचार-प्रसार प्रांत सहप्रमुख प्रकाश रंजन, प्रान्त कोषाध्यक्ष मदन बगड़िया, विभाग प्रचार-प्रसार प्रमुख अमर प्रसाद उपस्थित थे।