प्रकृति का महापर्व करमा को लेकर उरांव समाज ने की जावा जागरण, सुबह लाया गया बालू
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित चाईबासा में सातों अखाड़ा में जावा जागरण किया गया, रात जग्गा कर सुबह सूर्योदय होने से पूर्व कुंवारी लड़कियां उपवास में नदी के अंदर से टोकरी में बालू उठाकर मांदर, नगाड़ा की थाप में नाच-गान करते हुए पाहन पुजारी के घर लेकर आयी उसके बाद उपवास लड़कियों के द्वारा उस बालू में जावा मिलाकर पांच दिन तक पाहन पुजारी के घर हर रोज सुबह-शाम उसे धुप-धूमन दिखाकर एवं नृत्य-संगीत कर सेवा करेगी l उसके पांच दिन बाद दिनांक – 25.09.2023 को उरांव समुदायों का महान त्योहार भादो एकादशी करम पूजा बहुत ही हर्षोल्लास व पारम्परिक नृत्य-संगीत,श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा l
इस अवसर पर समाज में मुखिया श्री लालु कुजूर पाहन पुजारी श्री फागु खलखो,दुर्गा कुजूर,मंगरू टोप्पो,चमरू लकड़ा,शम्भू टोप्पो,मथुरा कोया,खुदिया कुजूर, सीताराम मुंडा, जगरनाथ लकड़ा,राजेन्द्र कच्छप,राजु तिग्गा,इन्द्रोदय कच्छप,बंधन खलखो,राजु कुजूर,कृष्णा कच्छप, शम्भु तिर्की,कृष्णा मुण्डा,बुधराम कोया राहुल कुजूर, रूपेश कुजूर,निशांत मिंज,कर्मा कुजूर,नितेश लकड़ा,रमेश लकड़ा,संजय कुजूर,दशरथ कुजूर,जगरनाथ टोप्पो,अविनाश कुजूर,रवि कुजूर,विश्वनाथ लकड़ा,बिरसा लकड़ा,रवि तिर्की,बंधन मिंज.सुनील खलखो,प्रीति तिर्की,शिल्पा तिग्गा,मोनी कच्छप,पुतुल कुजूर,पुनम लकड़ा, बिंदिया कच्छप,संध्या टोप्पो,सुमन तिर्की,पार्वती कुजूर,भारती कुजूर,किरण कोया,सरस्वती लकड़ा,सोनी कुजूर,सुमन कुजूर,नंदनी टोप्पो,मयूरी लकड़ा,दुर्गा टोप्पो आदि काफी संख्या में युवक-युक्तियाँ शामिल थी l