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भाजपा सांसद बिद्युतबरण महतो ने लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न मामलों को लेकर कोलकाता में रेल अधिकारियों के साथ बैठक की

 

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

 

झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला के भाजपा सांसद बिद्युत बरण महतो ने दक्षिण पूर्व रेलवे के जेड आर यू सी सी की 103 वीं बैठक कोलकाता के ताज बंगाल होटल में संपन्न हुई । बैठक में सांसद बिद्युत बरण महतो ने अपने लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न मामलों को पुनः एक बार समिति के समक्ष रखा ।सांसद श्री महतो ने जिन मांगों को मुख्य रूप से रखा उसमें टाटा आरा ट्रेन को बक्सर तक ले जाने, टाटा से जयनगर रेल सेवा की शुरुआत करने, टाटा लोकमान्य तिलक अंत्योदय एक्सप्रेस का पुनःपरिचालन करने, टाटा एलेप्पी का पुनःपरिचालन करने, घाटशिला रेलवे स्टेशन पर संतरागाछी अजमेर शरीफ ट्रेन, गोरखपुर शालीमार ट्रेन,ताम्बरम एक्सप्रेस और समलेश्वरी एक्सप्रेस का ठहराव करने, गालूडीह रेलवे स्टेशन पर इस्पात एक्सप्रेस, शालीमार कुर्ला, टाटा खड़गपुर मेमू ट्रेन का ठहराव करने, राखा माइन्स स्टेशन पर उत्कल एक्सप्रेस का ठहराव करने, जुगसलाई और धालभूमगढ़ में फुट ओवर ब्रिज का निर्माण करने, घाटशिला के कुतलूडीह में रेल अंडर पास का निर्माण करने, बारीगोड़ा और गोविंदपुर में रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण करने की मांग मुख्य रूप से शामिल थी।

इसके अतिरिक्त सांसद श्री महतो ने चाकुलिया से बुड़ामारा रेलवे लाइन, चांडील से पटमदा होते हुए बांदवान झाड़ग्राम तक रेलवे लाइन, टाटा बादाम पहाड़ लाइन की दोहरीकरण की बात को रेखांकित किया । सांसद श्री महतो ने अपने लोकसभा क्षेत्र में जिन रेलवे स्टेशनों का नाम बांग्ला भाषा में लिखा था जिन्हें अब हटा दिया गया है उसे स्टेशनों पर पुनः बांग्ला भाषा में रेलवे स्टेशन का फिर से अंकित करने को कहा। इसके अतिरिक्त परसुडीह के मकदमपुर कॉलोनी में होने वाले जल जमाव के मामले को भी प्रमुखता से रखा एवं इसका स्थायी समाधान करने को कहा। सांसद श्री महतो ने कहा कि इसका निरीक्षण कर रेलवे के द्वारा समाधान किया जाना चाहिए।

बैठक में दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि जुगसलाई और धालभूमगढ़ के फूट ओवर ब्रिज का स्वीकृत हो गई है और निकट भविष्य में इसकी निविदा निकाली जाएगी ।जबकि बारीगोड़ा ओवर ब्रिज और गोविंदपुर ओवर ब्रिज के बारे में उन्होंने सूचित किया की रेलवे ने इसकी स्वीकृति दे दी है। राज्य सरकार के द्वारा भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी करने के पश्चात इसका निर्माण कार्य प्रारंभ हो सकेगा।

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