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धनबाद पुलिस के हत्थे चढ़े गैंगस्टर प्रिंस खान के गुर्गे, बड़ी संख्या में हथियार बरामद

 

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

 

झारखंड: धनबाद पुलिस ने गैंगेस्टर प्रिंस खान के चार गुर्गे को गिरफ्तार किया है।इनके पास से आधा दर्जनों आर्म्स और भारी संख्या में कारतूस, बम व 50 हजार रुपए नगद बरामद हुआ है।गिरफ्तार अपराधियों में मेजर के नाम से चिट्ठी वायरल करने वाले नसीम अंसारी उर्फ रजि अहमद, हथियार सप्लाई करने वाला विकास सिंह, व्यवसाइयों का नंबर देने वाला राजू अंसारी और नसीम अंसारी उर्फ मेजर जो चिट्ठी वायरल कर घटना की जिम्मेवारी लेता था साथ ही मेजर का रिश्ते में चाचा लगने वाला सद्दाम अंसारी शामिल है।

धनबाद एसएसपी संजीव कुमार ने प्रेस को बताया कि प्रिंस खान के गिरोह को ध्वस्त करने के लिए कई दिनों से टीम लगी हुई थी।इसी कड़ी में हत्या, फायरिंग कर मेजर के नाम से चिट्ठी वायरल करने वाले सहित चार अपराधी को गिरफ्तार किया गया है। व्यापारियों को धमकी देने फायरिंग के मामले में इन्हीं लोगों की संलिप्ता थी। मेजर उर्फ नसीम पूर्व में भी जेल जा चुका है।8 वर्ष जेल में रहने के बाद पेरॉल पर रिहा हुआ था।उन्होने बताया कि पूर्व में भी मेजर के नाम से धमकी देने वाले एक सख्स को पुलिस जेल भेज चुकी है।इनके पास से दहशत फैलाने के लिए बम चलाने में प्रयुक्त मोटरसाइकिल को भी जब्त किया गया है। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ सफेदपोश, फर्जी पत्रकार भी जांच के दायरे में है।बहुत जल्द उनपर भी शिकंजा कसा जाएगा। उन्होंने कहा कि व्यापारी बेखौफ होकर अपना व्यवसाय करें, उन्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं।पुलिस हर हाल में अपराधियों का गर्दन दबोच सलाखों के पीछे भेजेगी।

ज्ञात हो कि इससे पूर्व एस एसपी ने अब तक प्रिंस खान गिरोह के करीब 45 सदस्यों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया है। आज की हुई गिरफ्तारी में जिस मेजर के नाम से व्यापारियों में दहशत फैलाया जाता था उसे गिरफ्तार कर पुलिस ने बहुत बडी सफलता हासिल की है।एसएसपी ने बताया कि बहुत जल्द प्रिंस खान को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा उसके गिरोह के किसी भी सदस्य को बक्सा नहीं जाएगा।उन्होंने कहा की सिटी एसपी,ग्रमीण एसपी, डीएसपी विधी व्यवस्था, डीएसपी वन और कई थानो के थानेदार के प्रयास से प्रिंस खान के नेक्सस को ध्वस्त करते हुए गिरफ्तारी की गई है। गौरतलब हो कि धनबाद के व्यवसायिक संगठन ने इन अपराधियों पर जल्द कार्रवाई करने की मांग की थी, नहीं तो आंदोलन की चेतावनी दिया गया था।

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