श्रीनाथ विश्वविद्यालय में द्विमासिक व्याख्यान श्रृंखला का उद्घाटन
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: सरायकेला खरसावां जिला स्थित आदित्यपुर में श्रीनाथ विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग ने लिटरेरी कारवा साहित्य पर एक द्विमासिक व्याख्यान श्रृंखला का उद्घाटन किया । जिसमें डॉ. एस.एम.याहिया इब्राहिम एवं डॉ वसुधरा रौय द्वारा दो दिवसीय व्याख्यान और इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया गया।
करीम सिटी अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष, याहिया इब्राहिम और सहायक प्राध्यापक बसुधरा रॉय, अंग्रेजी विभाग, करीम सिटी कॉलेज, जमशेदपुर रिसोर्स पर्सन के रूप मे रहे।अतिथियो का स्वागत श्रीनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गोबिंद महतो ने पौधा और शॉल देकर किया। डॉ. एस.एम. याहिया इब्राहिम ने ‘रोमांटिकिज्म- रिवाइवल, रिन्यूअल, रिवोल्ट एंड रेसिस्टेंस’ पर बात की, जबकि डॉ. बसुधरा रॉय का व्याख्यान ‘एक कविता सुनना- द टेक्स्टुअल एंड द टैक्टुअल’ विषय पर था।लिटरेरी कारवां के पहले दिन डॉ. एस.एम. याहिया इब्राहिम ने व्याख्यान दिया और इसमें स्वच्छंदतावाद के विचार से जुड़े ऐतिहासिक, दार्शनिक और राजनीतिक अर्थों को विस्तार से बताया गया। उन्होंने स्वच्छंदतावाद को केवल एक ऐतिहासिक साहित्यिक युग नहीं बल्कि एक लोकाचार, एक साहित्यिक धारा, एक विश्वास के रूप में वर्णित किया। उन्होंने उस समय की दार्शनिक और सामाजिक स्थिति पर प्रकाश डाला ।
पहले दिन के सत्र की मेजबानी यूजी प्रथम वर्ष की छात्रा सोनल सिंह ने की छात्रों और सहायक प्राध्यापको ने ध्यानपूर्वक उनकी बातो को सुना और प्रश्न भी पूछे। कुलपति महोदय ने छात्रों से प्रकृति के प्रति अपने प्रेम को महसूस करने का आग्रह करते हुए सत्र का समापन किया। लिटरेरी कारवां दूसरे दिन डॉ. बसुधरा रॉय के साथ आगे बढा । उन्होंने कविता सुनने के विचार के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने शास्त्रीय शिल्प और रोमांटिक प्रतिभा के बीच अंतर पर चर्चा की और इस विचार पर विस्तार से बताया कि कविता कैसे “अकथनीय” को व्यक्त करने की कोशिश करती है। दूसरे दिन के सत्र का संचालन पीजी प्रथम वर्ष की छात्रा अंजलि कौशल ने किया ।यह दो दिवसीय व्याख्यान एक विस्तृत योजना की शुरुआत है और विभाग को उम्मीद है कि छात्रों को ऐसे कई प्रतिभाशाली लोगों के साथ बातचीत की सुविधा देकर समृद्ध बनाया जाएगा।यह जानकारी श्रीनाथ विश्वविद्यालय मीडिया प्रभारी रचना रश्मि ने दी।