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ईडी ने शराब घोटाले मामले में गिरफ्तार योगेंद्र तिवारी को आठ दिन के रिमांड पर लिया ,कुछ और सफेद पोसों की होगी गिरफ्तारी 

न्यूज़ लहर संवाददाता

 

 

 

झारखण्ड: प्रदेश में शराब घोटाले के जरिए मनी लाउंड्रिंग केस में ईडी ने शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी को गुरुवार की देर शाम ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था।आज योगेंद्र तिवारी को ईडी कोर्ट में प्रस्तुत कर आठ दिन के रिमांड पर लिया है।

ईडी ने 23 अगस्त को योगेंद्र तिवारी और उनके सहयोगियों के 32 ठिकानों पर छापेमारी की थी।राज्य में साल 2021 में लागू हुई थोक शराब नीति के मामले में दर्ज ईसीआईआर में ईडी ने पहली गिरफ्तारी की है।योगेंद्र तिवारी के खिलाफ शराब घोटाले के साथ साथ देवघर में राय बंगला की जमीन खरीद में गड़बड़ी और बालू के कारोबार के निवेश की भी जांच ईडी ने की है।ईडी ने जांच में पाया है कि बालू, जमीन, कोयला तस्करी से अर्जित अवैध कमाई का निवेश भी शराब कारोबार में किया गया था। ईडी ने योगेंद्र तिवारी को गिरफ्तार करने से पहले गुरुवार को पूरे दिन पूछताछ की थी।इससे पहले बुधवार को भी एजेंसी के राँची जोनल कार्यालय में ईडी ने योगेंद्र तिवारी से पूछताछ की थी।

ईडी ने जांच में पाया है कि सत्ता के गलियारों में चर्चित नाम प्रेम प्रकाश (पीपी) के साथ मिलकर योगेंद्र तिवारी ने शराब कारोबार हासिल करने का मॉडल तैयार किया था। साल 2021 में शराब की थोक कारोबार की नीति लागू होने के बाद योगेंद्र तिवारी ने प्रेम प्रकाश की मदद से 19 जिलों में शराब का थोक कारोबार हासिल किया था।इस कारोबार को हासिल करने के लिए राजनेताओं, अफसरों को घूस देने की बात भी ईडी की जांच में सामने आयी है।ईडी योगेंद्र तिवारी, उनके करीबियों और साझेदारों के 200 से अधिक बैंक खातों की पड़ताल कर रही है। इन बैंक खातों से हुए ट्रांजक्शन के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के बड़े साक्ष्य जुटाए गए हैं।जांच से जुड़े सूत्रों के मुताबिक,शराब ठेकों के आवंटन, बालू कारोबार में उगाही के सबूत एजेंसी को मिले हैं। इस मामले में एक दर्जन से अधिक लोगों को जल्द ही एजेंसी समन भी करने वाली है।

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