दीपमाला कर मनाएं प्रकाशोत्सव, शोभायात्रा का दिशा निर्देश जारी* *29 नवंबर को टुइलाडुंगरी में अमृत संचार, 30 नवंबर को साकची में सेंट्रल दीवान*
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:कोल्हान में सिखों की सिरमौर संस्था सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने कोल्हान ने सिखों से कहा है कि 27 नवंबर को सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी के 554वें प्रकाशपर्व के मौके पर समूह साध-संगत गुरु महाराज के सम्मान में अपने घरों में दीपमाला अवश्य करें साथ ही साथ नगरकीर्तन को लेकर जरुरी दिशा-निर्देश भी जारी किया गया।
बुधवार को साकची स्थित सीजीपीसी कार्यालय में प्रधान भगवान सिंह, चेयरमैन सरदार शैलेन्द्र सिंह, महासचिव अमरजीत सिंह व गुरचरण सिंह बिल्ला, उपाध्यक्ष चंचल सिंह, सुखदेव सिंह बिट्टू, सुरेंदर सिंह छिन्दे और सुखविंदर सिंह राजू ने दिशा-निर्देश लिखित पोस्टर जारी किया जो की अन्य गुरुद्वारा कमिटियों को सम्प्रेषित कर दिया जायेगा।
सीजीपीसी अध्यक्ष सरदार भगवान सिंह ने बताया कि कोल्हान की सिख संगत से विनती है कि गुरु महाराज के सम्मान में प्रकाशोत्सव पर हर घर में दीपमाला कर माहौल को प्रकाशमय बना दें। उन्होंने कहा, 29 नवंबर को टुइलाडुंगरी गुरुद्वारा साहिब में अकाली दल द्वारा दोपहर एक बजे से अमृत संचार आयोजित किया जायेगा जबकि 30 नवंबर को साकची गुरुद्वारा साहिब में सेंट्रल दीवान आयोजित किया जायेगा। भगवान सिंह ने विभिन्न धार्मिक संस्थाओं और संबंधित गुरुद्वारा कमिटियों से आग्रह किया है कि गुरु महाराज के स्वागत को अपने क्षेत्र में 22 फिट ऊँचा तोरण द्वार बनाये ताकि पालकी साहिब की सवारी को पार होने में किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
चेयरमैन सरदार शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि नगरकीर्तन के दौरान किसी भी प्रकार की आतिशबाजी करने से बचें साथ ही साथ सख्त हिदायत है कि कोई भी सज्जन नशा करके नहीं आये, पकडे जाने पर सख्त कार्यवाई की जाएगी।
महासचिव अमरजीत सिंह और गुरचरण सिंह बिल्ला ने नगरकीर्तन के सफल आयोजन को लेकर सीजीपीसी काफी गंभीर है और शोभायात्रा केवल और केवल संगत के सहयोग से ही सफलतापूर्वक संपन्न होगी। उन्होने बताया की पालकी साहब के सजावट, देखरेख और निगरानी की जिम्मेदारी तरनप्रीत सिंह बन्नी को दी गयी है। अमरजीत सिंह ने बताया कि नगरकीर्तन के ट्रैफिक नियंत्रण की सेवा का जिम्मा प्रधान अमरीक सिंह के नेतृत्व में सेंट्रल सिख नौजवान सभा निभाएगी। प्रधान भगवान सिंह और महासचिव अमरजीत सिंह ने विशेषतौर पर बीबियों से निवेदन किया है कि प्रकाशोत्सव पर आभूषण न धारण करें। सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की अगुवाई प्रधान रविंदर कौर, चेयरमैन कमलजीत कौर, सुखजीत कौर, महासचिव सुखवंत कौर और परमजीत कौर करेंगी।
27 नवंबर को बिष्टुपुर जी टाउन गुरुद्वारा से निकलने वाले नगरकीर्तन में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस बार सीजीपीसी एक नया प्रयोग करने जा रही है। जिसके तहत जमशेदपुर के इतिहास में पहली बार पालकी सहिब के पीछे रस्से की सेवा इस दफा अमृतधारी सिख बीबियां करेंगी।
शुक्रवार को सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (सीजीपीसी) के प्रधान सरदार भगवान सिंह ने बताया है कि इस बार अमृतधारी सिख बीबियां पालकी साहिब के पीछे संगत को कतारबद्ध रखने के लिए रस्से की सेवा करेंगी। यह निर्णय महिला सशक्तिकरण को प्रदर्शित करने तथा महिलाओं की धार्मिक समागमों के प्रति और अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिया गया है। उन्होंने कहा की उक्त सेवा करने की इच्छुक बीबियां सीजीपीसी कार्यालय में संपर्क कर सकती है, शर्त यही है कि उनका अमृतधारी होना अनिवार्य है।