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कोल्हान भूमि बचाओ समिति तथा यंगस्टर्स यूनिटी कोल्हान ने दी धरती आबा को श्रद्धांजलि… भगवान बिरसा मुंडा की तर्ज पर जमीन बचाने की ली शपथ

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित चाईबासा में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती सह झारखंड स्थापना दिवस पर बुधवार को कोल्हान भूमि बचाओ समिति तथा कोल्हान यंगस्टर्स यूनिटी ने संयुक्त रूप से उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनको याद किया। इसके पहले दोनों संगठनों के लोगों ने शहर में मोटरसाईकिल रैली निकाली जिसमें 200 मोटरसाईकिल शामिल हुईं। रैली में शामिल सदस्यों ने सुफलसाई चौक, चाईबासा बस स्टैंड चौक तथा नीमडीह स्थित बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा पुष्प अर्पित किया। वहीं शहीद पार्क स्थित शहीद स्मारक पर भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी। इस दौरान सदस्यों ने बिरसा मुंडा की तर्ज पर आदिवासी जमीन बचाने और उनके आदर्शों को आत्मसात करने की शपथ ली। सुफलसाई शहीद दिवस कार्यक्रम में कोल्हान भूमि बचाओ समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सावैयां ने कहा कि बिरसा मुंडा जल, जंगल व जमीन की रक्षा करते हुए महज 26 वर्ष की अल्पायु में शहीद हो गये। इसका कर्ज हमें ही उतारना है। हमें उन्हीं की तर्ज पर जमीन की रक्षा करनी है। इसलिये हमारी समिति ने ‘अपना खतियान’ अपनी जमीन’ के नारे को साकार करने की ठानी है। इसके तहत जिन जमीनों पर गैर आदिवासियों का कब्जा है, उन्हें मुक्त कराया जायेगा। इसके लिये चरणबद्ध आंदोलन होगा। इसकी शुरूआत 28 नवंबर को उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन से होगी। श्री सावैयां ने कहा कि चाईबासा के आसपास की करीब 200 एकड़ एसटी जमीन अवैध कब्जा है। कई जमीन मालिक एसएआर कोर्ट से न्याय की उम्मीद में स्वर्ग सिधार गये लेकिन न्याय नहीं मिला। कोर्ट में जानबूझकर मुकदमों को लंबित रखा जा रहा है। ताकि अवैध कब्जेदारों को लाभ मिल सके। हमें इस खेल को समझना होगा। तभी लड़ाई जीत सकेंगे। इस मौके पर कोल्हान भूमि बचाओ समिति के उपाध्यक्ष डीबर देवगम, कानूनी सलाहकार सुरेश सोय, जिला मुखिया संघ के अध्यक्ष हरिन तामसोय, झामुमो नेत्री मोनिका बोयपाई, कांग्रेस नेता अशोक सुंडी, आदिवासी हो समाज महासभा के महासचिव यदुनाथ तियू, अर्जुन बानरा, विजय देवगम, भगवान देवगम, चाहत देवगम, वीरसिंह बालमुचू, राजकमल पाट पिंगुवा, किशन देवगम, आकाश हेंब्रम, मनमोहन खंडायबुरू, अमर पाट पिंगुवा, सुखलाल सावैयां समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

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