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35 बेरोजगारों को पुन: काम पर रखने के लिए बेरोजगार युवा करेंगे आंदोलन

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित
सेल की गुवा,किरीबुरु, मेघाहातुबुरु एवं चिड़िया खदान से प्रभावित सारंडा के गांवों के बेरोजगारों को रोजगार उक्त खदानों में देने की मांग को लेकर सारंडा के ग्रामीणों पुनः आंदोलन करेंगें। सेल गुवा की राजाबुरु खदान में कार्यरत लगभग 35 युवकों को कुछ माह पूर्व कार्य से बैठाने से नाराज ग्रामीण व बेरोजगार युवकों ने गुवा प्रबंधन के खिलाफ पूर्व जिला परिषद सदस्य बामिया माझी के नेतृत्व में बैठक की।
बैठक जोजोगुटू गांव में हुई। युवकों ने छोटानागरा पंचायत की मुखिया मुन्नी देवगम से भी मुलाकात कर अपनी समस्याएं बताईं। बामिया माझी ने कहा कि सारंडा में एक तरफ नक्सल समस्या बढ़ने लगी है, वहीं सेल की गुवा समेत तमाम खदान प्रबंधन प्रभावित गांव के बेरोजगारों को रोजगार नहीं दे रही है। कुछ को रोजगार दिया भी था तो उसे काम से बैठा दिया गया है। ऐसी स्थिति में बेरोजगार युवकों को लेकर चिंता बढ़ रही है। बीते दिनों सारंडा के ग्रामीणों एवं बेरोजगारों ने सेल की चारों खदानों में आर्थिक नाकेबंदी की घोषणा की थी। अंततः उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद यह आंदोलन स्थगित हुआ था। सभी खदान प्रबंधनों को उपायुक्त ने प्रभावित गांव के बेरोजगारों के लिये रोजगार सृजन का निर्देश दिया था। इसकी समीक्षा बैठक डेढ़ माह बाद होनी थी, जो नहीं हुई है।
बामिया माझी ने कहा कि सेल की गुवा प्रबंधन अपने खदान से प्रभावित गांव जोजोगुटू, छोटानागरा, राजाबेड़ा, तितलीघाट, बाईहातु, सोनापी आदि गांवों के 35 बेरोजगारों को राजाबुरु खदान में काम दी थी। लेकिन एक साथ सभी को यह कहकर काम से बैठा दिया कि टेंडर खत्म हो गया है। ग्रामीणों ने मांग रखी है कि सभी खदान प्रबंधन सारंडा के बेरोजगारों को रोजगार दे एवं सीएसआर योजना के तहत गांवों का विकास करे।

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