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लौह अयस्क पेलेट प्रसंस्करण पर पांचवां कौशल विकास कर्मशाला आयोजित

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

 

ओडिशा:क्योंझर जिला के बड़बिल में पेलेट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के तत्वाधान में लौह अयस्क पेलेट प्रसंस्करण पर पांचवां कौशल विकास कर्मशाला (संचालन, रखरखाव और डिकार्बोनाइजेशन की ओर कदम) का आयोजन किया गया। आर्या आयरन एण्ड स्टील कंपनी प्रा लि की एआईएससीओ ऑडिटोरियम बड़बिल में आयोजित दो दिवसीय कर्मशाला में मुख्य अतिथि स्वप्ना भट्टाचार्य उप महानिदेशक इस्पात मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली, पीएमएआई महासचिव दीपक भटनागर, पुनीत आर्य प्रबंध निदेशक एवं सीईओ, एआईएससीओ एवं उपाध्यक्ष पीएमएआई, डॉ सुभाशीष दास पूर्णकालिक निदेशक अर्देंट स्टील और उपाध्यक्ष पीएमएआई, मनीष खरबंदा समूह सलाहकार, जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड और अध्यक्ष, पेलेट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, डॉ एस सी खट्टोई एमडी मिनमेट कंसल्टेंट्स प्रा लि, डॉ एमके महंता प्रिंसिपल चीफ साइंटिस्ट एनएमएल, अरित्रा मल्लिक जीएम, डॉ जी एम चौधरी डीजीएम (एमई एण्ड ए) आरडीसीआईएस, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लि, मेघना मंडल सीनियर टेक्नोलॉजिस्ट, गुगूलोथ याकेश टाटा स्टील , श्रीहरि प्रसाद हेड पैलेट प्लांट एएमएनएस, नवीन अह्लावत जिन्दल स्टील एण्ड पॉवर लिमिटेड, सीएच, एनवीवी प्रसाद हेड पैलेट प्लांट ईएमआईएल, सचिदानंद प्रिंसिपल साइंटिस्ट्स मिनिरल प्रोसेसिंग आईएमएमटी (सीएसआईआर), आई एस श्रीनिवास मैनेजर (क्वालिटी कंट्रोल), अनुराग कुमार गोदावरी पॉवर एंड इस्पात लिमिटेड, बिभुदत्ता मोहंती सीनियर जीएम टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स , सूरज प्रसाद सीटीओ, सी गिरि हेड (ऑपरेशन एण्ड मेंटेनेंस), प्रवेश पांडेय जीएम,डॉ. प्रद्युमन कु विद्याधर एजीएम एआईएससीओ सहित देश भर से सैकड़ों पेलेट प्लांट अधिकारी उपस्थित थे। दो दिवसीय कर्मशाला के पहले दिन सरस्वती वंदना एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कर्मशाला आरम्भ किया गया एवं पुनीत आर्य ने अतिथियों व प्रतिभागियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि स्वपना भट्टाचार्य ने

डीकार्बोनाइजेशन/कार्बन उत्सर्जन में कमी और कौशल विकास पर सरकार का दृष्टिकोण पर अपने विचार व्यक्त किए। तकनीकी सत्र में सत्र अध्यक्ष दीपक भटनागर ने पेलेट उद्योग – चुनौतियाँ और आगे का रास्ता, सेशन चेयरमैन डॉ. सुभाशीष दास के नेतृत्व में वक्ता निष्ठा मुखर्जी

महाप्रबंधक, स्टीलमिंट ने

पेलेट उद्योग – अभी और उससे आगे पर, डॉ. एससी खट्टोई ने पेलेट प्लांट का रखरखाव और CO2 कटौती, डॉ. एम.के. मोहन्ता ने प्रधान मुख्य स्थायी खनन और विकास की दिशा में पेलेट और सिंटर बनाने के लिए उपयुक्त कच्चे माल की तैयारी के लिए भू-धातुकर्म दृष्टिकोण,

अरित्रा मल्लिक, डॉ. जीएम चौधरी ने आरडीसीआईएस में बेसिक एग्लोमरेशन तकनीक, पेलेट सिम्युलेटर और अन्य परीक्षण सुविधाएं, मेघना मंडल ने पेलेटाइजिंग में प्रक्रिया नियंत्रण के लिए डिजिटल मॉडलिंग,

श्रीहरि प्रसाद ने पेलेट प्लांट का संचालन और रखरखाव,गुगुलोथ याकेश ने बॉल मिल एसएमएस पर पुन: उपयोग को अस्वीकार करने जैसी विषयों पर विचार व्यक्त किए। दोपहर भोजन के बाद आर्या आयरन एंड स्टील प्लांट हेड पेलेट द्वारा प्रस्तुति और आर्या आयरन एण्ड प्लांट का संयोजन व दौरा किया गया। कर्मशाला के दूसरे दिन शनिवार को तकनीकी सत्र के क्रम में वक्ताओं ने निम्न और लीन ग्रेड लौह अयस्क का लाभकारीकरण और डीकार्बोनाइजेशन,पेलेट उद्योग में डीकार्बोनाइजेशन, सीपीटी और इसके फायदे और लाभ, लाभकारी – कम भूनना, डीआरआई में लौह अयस्क छर्रों की भूमिका और डीकार्बोनाइजेशन पर उनका प्रभाव,पेलेटाइजेशन के लाभकारी और गुणवत्ता पहलू,पेलेट प्लांट उपकरण के तकनीकी पहलु में अपने मत साझा किया। वहीं विशेषज्ञों ने अपने अपने सर्वोत्तम प्रथाओं और सफलता की कहानियों , प्रश्नों और पेलेट प्लांट की यात्रा व संघर्ष, सफलता को साझा किया। कर्मशाला के अन्तिम चरण में उपस्थित सभी पेलेट प्लांट के प्रतिभागियों से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करने का अवसर दिया गया।

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