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108 फुट लंबे अगरबत्ती से महकेगा मंदिर परिसर, एक बार जला तो डेढ़ माह तक रहेगा प्रज्ज्वलित

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

 

यूपी:अयोध्या नगरी श्री राम का जन्म स्थल रही है और यहीं बहु आकांक्षित श्री राम जन्मभूमि मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है। महाराज दशरथ का शासन इसी अयोध्या में था, जहां श्री राम ने अपना बचपन व्यतीत किया। यह अयोध्या नगरी उत्तर प्रदेश में सरयू नदी के किनारे बसी हुई है।

 

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में इस भव्य तीन मंजिला राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को की जाएगी। इस आयोजन के लिए भगवान राम के भक्तों ने दशकों से इंतजार किया है।

 

प्राण प्रतिष्ठा के इस भव्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री समेत देशभर की प्रमुख हस्तियों और पुजारियों को आमंत्रित किया गया है। मंदिर निर्माण के दौरान भी भक्तों ने भगवान राम को प्रसन्न करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। जोधपुर के देसी घी से लेकर थाईलैंड की हल्दी तक कई दान और धर्मार्थ कार्य किए गए। अब नवीनतम सुर्खियां गुजरात में राम भक्तों द्वारा राम जन्मभूमि परिसर में रामलला के लिए 108 फुट लंबी अगरबत्ती बनाने की है। आइये इस बारे में जानकारी लेते हैं।

 

रामलला के लिए बनाई गयी अगरबत्ती की खासियत क्या है?

इस अगरबत्ती को बनाने में लगभग 3-4 महीने का समय लगा। इन अगरबत्तियों को बनाने वाले कारीगरों के अनुसार, यह लगातार 45 दिनों तक जल सकती है। साथ ही कहा जाता है कि इसकी खुशबू 15 से 20 किमी के क्षेत्र में फैलती है। इसका मतलब यह हो सकता है कि इससे न सिर्फ राम मंदिर का पूरा परिसर सुगंधित हो जाएगा, बल्कि श्रद्धालु करीब 20 किमी दूर से भी इसकी सुगंध का आनंद ले सकेंगे।

 

एक रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात की एक कारीगर बिहा ​​बाई ने कहा कि अयोध्या में राम की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी, इसलिए हमने इसके लिए 108 फुट लंबी, साढ़े तीन फुट मोटी अगरबत्ती बनाई है। साथ ही इसके अंदर सुगंधित सामग्री भी मिलाई गई है, जिसमें गाय के घी और हवन सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। इस अगरबत्ती का वजन 3500 किलोग्राम है। इसे रथ के माध्यम से अयोध्या भेजा जाएगा।

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