कोविड-19 जेएन-1 वैरिएंट: 12 राज्यों में तेजी से बढ़ रहा, महत्वपूर्ण जानकारी और सुरक्षा उपायों का माध्यम से बचाव**
न्यूज़ लहर संवाददाता
*नई दिल्ली:* उत्तर भारत में ठंड और शीतलहर के बीच कोविड केस और जेएन-1 वैरिएंट के बढ़ते मामलों के साथ देश के 12 राज्यों में चिंहित हुआ है। नए साल और वेकेशन के बाद लोगों की गतिविधियों से इस वायरस का विस्तार हो रहा है। इसके बावजूद, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस वैरिएंट के खतरे को देखते हुए सुरक्षा उपायों का पालन करने से बचा जा सकता है।
*महत्वपूर्ण तथ्य:*
– जेएन-1 वैरिएंट से संक्रमण के मामले 12 राज्यों में चार जनवरी तक 619 हो गए हैं।
– उत्तर भारत में दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा में इस वैरिएंट के केस दर्ज किए गए हैं।
– सबसे ज्यादा केस कर्नाटक में हैं, जिसमें 199 मामले सामने आए हैं।
– महाराष्ट्र, केरल, गोवा, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु में भी इस वैरिएंट के केस दर्ज किए गए हैं।
*राज्यों की कदम से नजरें:*
– महाराष्ट्र में कोविड टास्क फोर्स ने गाइडलाइन जारी कर दी है, और सांस संबंधी मरीजों की कोविड जांच अनिवार्य कर दी गई है।
– केरल और तमिलनाडु में सामाजिक दूरी और कोविड गाइडलाइंस का पालन करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
– दिल्ली में सरकारी अस्पतालों में कोविड की जांच को तेज कर दिया गया है।
*अनुष्ठान एक्सपर्ट्स की राय:*
– हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि जेएन.1 वैरिएंट में लक्षण लगभग एक जैसे हैं और इससे पीड़ित मरीजों का अधिकांश घर पर ही ठीक हो रहा है।
यह जानकारी केवल सत्यप्रमाण के लिए है और स्वास्थ्य संरक्षा के लिए अधिकतम सावधानी बरतनी चाहिए।*