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छत्तीसगढ़ के जंगलों में रहने वाली ‘राम’ नामक जनजाति: एक अनोखी धार्मिक परंपरा”

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

छत्तीसगढ़:छत्तीसगढ़ के वनवासी समुदाय में एक अद्वितीय परंपरा है, जहां लोग अपने शरीर पर स्थायी रूप से ‘श्री राम’ का नाम गुदवाते हैं। इस परंपरा का आरंभ उनके पूर्वजों द्वारा बाबर के राम मंदिर तोड़ने के पश्चात हुआ था, जब उन्होंने राम मंदिर को छीन लिया था। इसके पश्चात, जनजाति ने राम को दूर करने के बजाय अपने शरीर पर उनका नाम गुदवाना शुरू किया।

 

यह समुदाय आज तक किसी भी मानव निर्मित धर्म को नहीं अपनाता है और राम प्रेमी होते हैं। हालांकि हालात बदल गए हैं, इस जनजाति की राम नाम लिखने की परंपरा अद्भुती रूप से स्थिर है। “डिस्कवरी प्लस” ने “लीजेंड्स ऑफ द रामायण” नामक डॉक्यूमेंट्री सीरीज के माध्यम से इस अद्भुत जीवनशैली को सवालों और चित्रण के साथ प्रस्तुत किया है।

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