National

ज्ञानवापी केस : मस्जिद में मंदिर के प्रमाणों से गूंज उठा ASI का सर्वे, जानें रिपोर्ट में क्या-क्या लिखा , कुछ मुस्लिम नेताओं ने शुरू किया विरोध 

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

यूपी : ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वेक्षण के बाद भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण (ASI) ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में कहा गया है कि मस्जिद के निर्माण से पहले वहां एक बड़ा हिंदू मंदिर मौजूद था। रिपोर्ट में मंदिर के अस्तित्व के 32 से ज्यादा प्रमाणों का उल्लेख किया गया है। इसके बाद कुछ मुस्लिम नेताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया है। उनमें सबसे ज्यादा ओवैसी असदुद्दीन हैं। जिन्होंने एएसआई रिपोर्ट को ही मानने से इंकार कर दिया है।अब एएसआई रिपोर्ट के विरुद्ध कोर्ट जाने की बात कही गई है।

 

वहीं रिपोर्ट के मुताबिक, ज्ञानवापी मस्जिद के निर्माण से पहले वहां एक बड़ा मंदिर मौजूद था। मंदिर में एक बड़ा केंद्रीय कक्ष था और उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम में भी कम से कम एक कक्ष था। तीन कक्षों (उत्तर, दक्षिण और पश्चिम) के अवशेष अभी भी मौजूद हैं लेकिन पूर्व में स्थित कक्ष के अवशेषों का पता नहीं लगाया जा सका है।मंदिर के केंद्रीय कक्ष का मुख्य प्रवेश द्वार पश्चिम से था। इसे पत्थर की चिनाई से बंद कर दिया गया था। प्रवेश द्वार को जानवरों, पक्षियों की नक्काशी से सजाया गया था। प्रवेश द्वार को ईंटों, पत्थरों से बंद कर दिया गया था। इस प्रवेश द्वार की चौखट पर उकेरी गई किसी पक्षी की आकृति के अवशेष पाए गए गए हैं।मस्जिद के पश्चिमी कक्ष का पूर्वी आधा भाग अभी भी मौजूद है जबकि पश्चिम का आधा हिस्सा नष्ट हो चुका है। पश्चिमी कक्ष का एक गलियारा उत्तर, दक्षिण कक्षों से जुड़ा हुआ था। पश्चिमी दीवार पहले से मौजूद मंदिर का हिस्सा है।

मस्जिद में स्थित खंभों और पायलटर्स को मोडिफाई किया गया है जो मूल रूप से हिंदू मंदिर का हिस्सा थे। उनके पुन: उपयोग के लिए उन पर उकेरी गई आकृतियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया और उनकी जगह फूलों के डिज़ाइन लगा दिए गए।रिपोर्ट में कहा गया है कि मंदिर के खंभों, स्तंभों, शिलालेखों और मूर्तिकला के अवशेषों से यह साबित होता है कि मस्जिद के निर्माण से पहले वहां एक बड़ा हिंदू मंदिर मौजूद था।जिन क्षेत्रों का अवलोकन और वैज्ञानिक परीक्षण करने के बाद भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण (एएसआई) इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि ज्ञानवापी मस्जिद के निर्माण से पहले वहां एक बड़ा हिंदू मंदिर मौजूद था, वो इस प्रकार हैं:

-मस्जिद से पहले वहां बने मंदिर में बड़ा केंद्रीय कक्ष और उत्तर की ओर छोटा कक्ष था।

-मौजूदा ढांचे में पहले से मौजूद संरचना का केंद्रीय कक्ष और मुख्य प्रवेश द्वार।

-मस्जिद का पश्चिमी कक्ष और पश्चिमी दीवार।

-मस्जिद के निर्माण में मंदिर के खंभों के साथ ही अन्‍य हिस्सों में थोड़ा बहुत बदलाव कर इसे मस्जिद का आकार दिया गया।

-मौजूदा ढांचे पर अंकित शिलालेख।

-पत्थरों पर अरबी और फ़ारसी के शिलालेख।

-तहखानों में मूर्तिकला के अवशेष।

Related Posts