महाराष्ट्र: मराठा आरक्षण से जुड़ा विषय, भाजपा-शिंदे गठबंधन की जीत पर सवाल**
न्यूज़ लहर संवाददाता
मुंबई: महाराष्ट्र में हाल ही में समाप्त हुआ मराठा आरक्षण आंदोलन ने राजनीतिक महत्व प्राप्त किया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मराठा आरक्षण की मांग को स्वीकार किया है, लेकिन क्या यह गठबंधन को लोकसभा चुनाव 2024 में जीत दिलाएगा?
मराठा आरक्षण आंदोलन का शुरुआती दौर में मनोज जरांगे ने आंदोलन शुरू किया था और इसके बाद से ही यह मुद्दा महाराष्ट्र सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हुआ। शिंदे सरकार ने मराठा आरक्षण की मांगों को मानते हुए गठबंधन की जीत की उम्मीदों को बढ़ाया है।
मराठा समुदाय के लिए आरक्षण एक महत्वपूर्ण मुद्दा हो गया है और इसका सीधा असर चुनावी प्रक्रिया पर हो सकता है। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले यह आंदोलन सरकार को मराठा वोटर्स के प्रति संवेदनशील बना सकता है जिससे भाजपा-शिंदे गठबंधन को जीत की दिशा में फायदा हो सकता है।
इसके साथ ही, महाराष्ट्र सरकार की मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सकारात्मक कदमों ने भी चुनावी परिणामों पर प्रभाव डाल सकते हैं। मराठा आरक्षण की सौगात से शिंदे सरकार ने मराठा समुदाय को अपने पक्ष में खींचने में सफलता प्राप्त की है, जो आने वाले चुनावों में एक महत्वपूर्ण कारक बन सकता है।