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किसानों को रांची विजिट कराकर तीन दिवसीय खेती का ट्रेनिंग दिया गया                                                      

 

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

 

झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला में टाटा स्टील फाउंडेशन की ओर से नोवामुंडी एवं कटामाटी क्षेत्र अंतर्गत महुदी, सरबील, जामपानी, बड़ा बलजोड़ी, गुंडीजोड़ा, सानबड़बिल, पुटुगांव, नया कृष्णापुर, पुरुषोतमपुर, कुटुरपोसी, जुगुदीधारा, कांडरा, दामपुर, सियालीजोड़ा, महादेवनासा, सहित कुल 15 गांव के (60) किसानों को कृषि ग्राम विकास केंद्र (के.जी.वी.के), रुक्का, रांची में तीन दिवसीय उन्नत कृषि पद्धतियों और पशुधन पर एक्सपोजर विजिट करवाया गया। पहले दिन किसानों ने सब्जियों की नर्सरी, एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन (आईपीएम), पोषण वाटिका, और जैविक खाद जैसे कि जीवामृत, घंजीवमृत, बीजामृत, नाडेप खाद इत्यादि तैयार करने के बारे में जानकारी हासिल किया। आईपीएम में लाभदायक और नुकसानदायक कीट, नीला- पीला स्टिकी ट्रैप के बारे में भी जानकारी दिया गया। कीट और बीमारियों के बारे में भी बतलाया गया। साथ में उसका जैविक प्रबंधन का भी जानकारी दिया गया। दूसरे दिन, किसानों ने जीविक कीटनाशक जैसे कि गोबर हिंग, नीमस्त्र, अग्नियास्त्र, और कट्टा मट्टा फफुंदनासक, के बारे में जानकारी दिया गया और विभिन्न प्रकार के जैविक कीटनाशकों और उर्वरकों पर प्रायोगिक अभ्यास भी कराया गया। जो उन्होंने थ्योरी कक्षा के दौरान सीखे थे। इसके अलावा किसानों ने बकरी, भेड़, मुर्गी , बत्तख, सूअर पालन विषय पर भी जानकारी हासिल की। तीसरे दिन, स्वस्थ बिचड़ा उत्पादन के लिए प्रोट्रे का चयन, कोकोपीट,केंचुआ खाद, इत्यादि के बारे में जानकारी दिया गया और किसानों ने स्वयं प्रोट्रे मिश्रण तैयार करने और बीज बोने का अभ्यास कराया गया। इसके अलावा किसानों ने स्ट्रॉबेरी की खेती, सीप की खेती, मछली बायोफ्लॉक, ब्राजीलियन कालीमिर्च का पेड़ और तरबूज की खेती के बारे में भी जानकारी प्राप्त किया। तीन दिवसीय एक्स्पोज़र सह प्रशिक्षण से आने के बाद किसानों में काफ़ी बदलाव देखने को मिला। किसानों ने प्रण लिया कि वे सभी अपने खेती करने के तरीके में बदलाव लाएंगे और साथ में पोषण वाटिका भी तैयार करेंगे और दूसरे किसानों को भी प्रशिक्षण देंगे।

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