डीएमएफटी फंड से गांवों का विकास अविलंब जिला प्रशासन द्वारा किया जाना चाहिए : मुखिया राजू सांडिल
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित सेल की चिडि़या खदान प्रबंधन ने सीएसआर योजना के तहत सारंडा के गंगदा पंचायत अन्तर्गत आने वाले आठ विद्यालयों में से मात्र तीन विद्यालयों के बच्चों के बीच स्वेटर, टोपी, स्कूल ड्रेस तथा जूता-मोजा का वितरण किया है ।बाकी के पांच स्कूलों के बच्चों के बीच भी उक्त सामग्रियों का वितरण चिडि़या खदान प्रबंधन जल्द किया जाना चाहिए।
उक्त माँग गुवा क्षेत्र स्थित गंगदा पंचायत के मुखिया राजू सांडिल ने की है।उन्होंने सेल चिडि़या प्रबंधन की तरह हीं सेल गुआ प्रबंधन से भी मांग की है कि उनके द्वारा भी गंगदा पंचायत अन्तर्गत उनके सीएसआर क्षेत्र के अधीन आने वाले विभिन्न गांवों के कुल 11 स्कूलों के बच्चों के बीच भी उक्त सामग्रियों का वितरण कर सारंडा के गरीब बच्चों को भारी राहत पहुंचाने का कार्य किया जाना चाहिए।
मुखिया राजू सांडिल ने कहा कि सेल की गुआ व चिडि़या प्रबंधन बीते वर्ष से अपने खदान से प्रभावित गांवों में शिक्षा, चिकित्सा, खेल, संस्कृति आदि का विकास हेतु अनेक कार्य प्रारम्भ की है ।जिसका लाभ ग्रामीणों व बच्चों को मिल रहा है । इससे वे सभी लोग थोडा़ संतुष्ट हैं । लेकिन इन खदान प्रबंधनों द्वारा प्रत्येक वर्ष सरकार को दिया जाने वाला डीएमएफटी फंड से हमारे पंचायत के गांवों का सर्वागीण विकास कराने में जिला प्रशासन पूरी तरह से असफल साबित हो रही है । जबकि इस डीएमएफटी फंड पर पूरा अधिकार प्रभावित गांव के ग्रामीणों का है. जिला प्रशासन डीएमएफटी फंड से स्वास्थ्य का बेहतर सुविधा, एम्बुलेंस, शुद्ध पेयजल, ग्रामीण सड़के, स्वरोजगार, सिचाई सुविधा हेतु विकास कार्यों में तेजी लानी होगी, जिससे जनता को लाभ मिले ।