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सीजीपीसी के विकास कार्यों की खूब प्रशंसा की ज्ञानी पिन्दरपाल ने कोई व्यक्ति विशेष सिखों का रहनुमा नहीं हो सकता केवल गुरु ग्रंथ साहिब हैं सिखों के रहनुमा: ज्ञानी पिन्दरपाल सिंह पंथ प्रचारक ने सीजीपीसी कार्यालय पहुंच पदाधिकारियों से रू-ब-रू हो जाना शहर में सिख गतिविधियों हाल

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपर में सिख धर्म के महान प्रचारक और विश्व प्रसिद्ध कथा वाचक ज्ञानी पिंदरपाल सिंह ने सीजीपीसी द्वारा की जा रही सामाजिक और धार्मिक कार्यों की जमकर प्रशंसा की। शनिवार को सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कार्यालय पहुंच कर जमशेदपुर में शहर में सिख गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की।

सीजीपीसी कार्यालय में पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए पिन्दरपाल सिंह ने कहा कि सिख कौम का एक मात्र रहनुमा धन्य धन्य श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी हैं इसलिए कोई भी व्यक्ति विशेष सिखों का रहनुमा नहीं हो सकता है। उन्होंने सीजीपीसी द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यों का जायजा भी लिया और शिक्षा और स्वास्थ के लिये करायी जा रही उसारी के लिए सीजीपीसी प्रधान की प्रशंसा की।
ज्ञानी पिंदरपाल सिंह जेमको में आयोजित बाबा दीप सिंह की शहादत को समर्पित समागम में प्रचारक के रूप में जमशेदपुर पहुचें थे।
इस मौके पर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह ने महान प्रचारक को शॉल और सरोपा से सम्मानित किया।
कथावाचक ज्ञानी पिंदरपाल सिंह ने जमशेदपुर के रहने वाले सिखों को बधाई देते हुए कहा 42 गुरुद्वारा कमेटियों के ऊपर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बनी हुई है जो जमशेदपुर के सिखों को एवं आसपास के सभी इलाकों को एक साथ जोड़ कर रखी हुई है यह गर्व की बात है। उन्होंने सभी लोगों से अमृत पान कर गुरु का सिख बनने का अनुरोध किया इस मौके पर सेंट्रल गुरुद्वारा कमेटी कार्यालय के ऊपर बनाए गए कैंपस का निरीक्षण किया और नई कमेटी को सुचारू रूप से चलने के लिए केंद्रीय कमेटी के पदाधिकारी को बधाई भी दी। इस विशेष मौके पर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह, चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह के अलावा वरीय उपाध्यक्ष नरेंद्रपाल सिंह, कुलदीप सिंह शेरगिल, महासचिव अमरजीत सिंह व गुरचरण सिंह बिल्ला, कोषाध्यक्ष गुरनाम सिंह बेदी, अकाली दल के जत्थेदार जनरल सिंह, रविंद्र सिंह, जसवीर सिंह, प्रितपाल सिंह, जगजीत सिंह गांधी, बलदेव सिंह, दलबीर सिंह, हरजिंदर सिंह, जगजीत सिंह जग्गा, त्रिलोचन सिंह, सलाहकार परविंदर सिंह सोहल, सरबजीत सिंह ग्रेवाल, कुलविंदर सिंह पन्नू, जसपाल सिंह, सुखदेव सिंह बिट्टू, हरविंदर सिंह गुल्लू, गुरचरण सिंह, जसवंत सिंह जस्सू, गुरदीप सिंह सोनी, सुखवंत सिंह सुखु, अर्जुन सिंह वालिया, सेंट्रल नौजवान सभा के प्रधान अमरीक सिंह, सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान रविंदर कौर, बलजीत कौर, इंद्रजीत कौर, जोगिंदर कौर और उनके कई प्रशंसक उपस्थित रहे।

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