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दंतैल हाथी से रात भर परेशान रहे किरीबुरू और हिलटॉप के लोग

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला में दंतैल हाथी के आतंक से 18 फरवरी की देर शाम से 19 फरवरी की सुबह तक किरीबुरु और हिलटॉप शहर के लोग व वन विभाग की टीम आतंकित रहे। सारंडा जंगल के कलैता गांव क्षेत्र से मैगजीन होते हुए दंतैल हाथी 18 फरवरी की देर शाम लगभग 7 बजे किरीबुरु शहर में और उसके बाद मध्य रात्रि से सोमवार की सुबह तक हिल्टॉप शहर में घुस गया। इससे लोग आतंकित रहे।

उक्त हाथी सबसे पहले 18 फरवरी की शाम लगभग साढे़ छह बजे किरीबुरु-हिल्टॉप मुख्य मार्ग पर बीच सड़क पर खड़ा होकर आवागमन को ठप कर दिया था। उसके बाद मुर्गापाड़ा स्थित दुर्गापूजा पंडाल में पहुंचा। वहां से सैकड़ों लोग मशाल, पटाखा आदि का इस्तेमाल कर भगाने की कोशिश की। हाथी सेलकर्मियों के आवास के सामने से आरसी सिंह हाटिंग होते चर्च हाटिंग पहुंचा। वन विभाग की टीम व जनता की तमाम कोशिशों के बावजूद हाथी चर्च हाटिंग के लोगों के घरों के बीच से होकर गुरुद्वारा परिसर तक पहुंच गया। इसके बाद अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। पुनः वन विभाग की टीम मशाल, टार्च, पटाखा आदि के सहयोग से किसी तरह चर्च हाटिंग से बोलानी खदान क्षेत्र में भगाने में सफल रही। हाथी को जब-जब भगाया जाता, हाथी कुछ देर बाद लौटकर चर्च हाटिंग आ जाता। इस हाथी पर मशाल, आग, पटाखा आदि का कोई असर नहीं हो रहा था। आग के बीच से वह गुजर रहा था। किरीबुरु से भगाने के बाद हाथी सीधे ओडिशा सीमा स्थित किरीबुरु के ही हिल्टॉप शहर में प्रवेश कर गया। हाथी के हिल्टॉप जाते ही शहर की बिजली आपूर्ति काट दी गई, ताकि करंट लगने से हाथी को बचाया जा सके। पहले से हिल्टॉप के लोग आग आदि जलाकर सतर्क थे। जनता व वन विभाग मिलकर हाथी को शहर से भगाने हेतु सोमवार की सुबह तक प्रयास करते रहे, लेकिन हाथी एक कॉलोनी से भाग दूसरे हाटिंग या कॉलोनी में चला जाता। यह हाथी शहर व गांवों के घरों को ही चावल आदि खाने हेतु मुख्य रुप से निशाना बना रहा है। लेकिन रविवार की रात वन विभाग व लोगों की सतर्कता की वजह से यह हाथी किसी के घर को नुकसान नहीं पहुंचा सका। हालांकि पिछले चार दिन के दौरान इस हाथी ने हिल्टॉप के चार, कलैता के दो और मर्चीगड़ा के एक ग्रामीण का घर तोड़कर खाद्यान्न खाया व सामान को भारी नुकसान पहुंचा चुका है।
सारंडा डीएफओ अभिरुप सिन्हा ने बताया कि इस हाथी को भगाने हेतु किरीबुरु के अलावे गुवा से वन विभाग की दो टीम लगाई गई है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे हाथी के पास नहीं जायें, शोर नहीं मचायें, अन्यथा हाथी जान-माल का नुकसान पहुंचा सकता है। वन विभाग को हाथी भगाने का काम करने दें। हाथी से सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि एक ही हाथी है लेकिन कुछ लोग अलग-अलग हिस्से में और हाथी होने की अफवाह फैला रहे हैं। अफवाहों से लोग बचें। हाथी को नुकसान पहुंचाने अथवा छेड़छाड़ का प्रयास नहीं करें।

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