Education

दो दिवसीय पुस्तक मेला सफलतापूर्वक संपन्न ———————————————– आयोजक कमेटी ने किया “लाइब्रेरीमेन” संजय कच्छप को सम्मानित ********** 90% किताबें पढ़े और 10% ही इंटरनेट से अपडेट रहे: संजय कच्छप

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित चाईबासा में इंटरनेट, सोशल मीडिया, गूगल के क्रांति के बीच लाइब्रेरी का सफलता पूर्वक संचालन करना, मानो आज के युग में रेत पर नाव चलाने के बराबर होता है। ऐसे में हमारे शहर चाईबासा के पुलहातु निवासी (वर्तमान दुमका में जिला कल्याण पदाधिकारी के पद पर कार्यरत) “लाइब्रेरीमेन” के नाम से विख्यात संजय कच्छप जी का लक्ष्य, उनका सपना यह जाहिर करता है कि अगर देश समाज के लिए कुछ कर गुजरना है तो हमें किसी भी समस्या को ही माध्यम बनाते हुए आगे बढ़ना और बढ़ाना ही हमारा लक्ष्य है। मौका था आज चाईबासा के पिल्लई टाउन हॉल में दो दिवसीय झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा आयोजित पुस्तक मेला की, उनके पिछले दिनों मे पुस्तकालय अभियान के दौरान किए गए कार्य और उनकी सोच को छात्र-छात्राओं सहित जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम। इसी बीच उन्हें आज पिल्लई टाउन हॉल के मंच पर स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। आज के इस कार्यक्रम में उपस्थित छात्राओं को संबोधित करते हुए श्री कच्छप ने कहा कि किताब एक ऐसी व्यवस्था है, जिससे जुड़ाव हम सबों को हमेशा बनाए रखना चाहिए और लाइब्रेरी को अपना एक सच्चा मित्र, एक सच्चा दोस्त बनना चाहिए, जो आपको हर कदम में, हर समय साथ देगा ही देगा, और आपके अपने सपने को साकार करने में, आपके लक्ष्य को प्राप्त करने में अपना योगदान देगा ही देगा। उन्होंने किताबों को ही मूल ज्ञान का स्रोत बताया और अपील किये की 90% किताबें पढ़े और 10% ही इंटरनेट से अपडेट रहे।
मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि कम्युनिटी द्वारा संचालित सभी पुस्तकालय से पढ़कर 100 से ज्यादा जरूरतमंद छात्र-छात्राएं आज राज्य सरकार, केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में कार्यरत है। आगे उन्होंने उपस्थित छात्राओं से अपील करते हुए कहा कि शिक्षा एक ऐसी व्यवस्था है, जिसे बांटने से बढ़ता है। इसलिए आप सभी छात्राओं से मैं अपील करता हूं कि आप लोग भी कामयाब होने पर कम से कम एक जरूरत मंद विधार्थी की शिक्षा पूरी करने मे मदद करेंगे और अपने-अपने क्षेत्र मे ज्ञान की रौशनी फैलाने में अपना योगदान देंगे , तभी तो हम सब मिलकर कहेंगे कि “पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया”।

Related Posts