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केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का किया उद्घाटन

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला में केंद्रीय जन जातिय मंत्री और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने सोमवार देर शाम को 18 करोड़ रुपये की लागत से तोड़ेतोपा गांव के निकट नवनिर्मित एकलव्य आदर्श आवासीय बिद्यालय का उद्घाटन दीप जलाकर किया।

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि भारत सरकार की जन जातिय मंत्रालय से देशभर में 740 एकलव्य आवासीय बिद्यालय खोलने की योजना है।जिसमें से पश्चिमी सिंहभूम के तांतनगर, मंझारी और नोवामुंडी का नवनिर्मित भवन का उदघाटन हो चुका है।

अबतक देशभर में 413 एकलव्य बिद्यालय बन चुका है।बताया कि इन स्कूलों में पढ़ाई शुरू करने के लिये दस हजारशिक्षकों की बहाली हो चुकी है।आने वाले समय में और तीस हजार शिक्षकों की बहाली शुरू करने के लिये संवंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।

स्कूलों में छवीं कक्षा से बारहवीं कक्षा तक पढ़ाई करने वाले सभी छात्रों को खेल से जोड़ा जायेगा।एकलव्य बिद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के लिये खर्च होने वाले राशि भारत सरकार वाहन करेगी।यहां पढ़ने वाले छात्रों को छात्रवृति भी मिलेगी।ये लोग एकलव्य बिद्यालय से पढ़ाई कर निकलने वाले छात्रों को विदेश में भी पढ़ाने के प्रावधान बने हैं।पहले के दौर में एकलव्य बिद्यालय में नामंकन के लिये 240 छात्रों को पढ़ाने की क्षमता थी।अब उसे बढ़ाकर छात्रों की संख्या 840 कर दी गई है।बताया कि पंखों से कुछ नहीं होती,हौसले से बढ़ती है भविष्य।बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के बिभिन्न टोले व कस्बे में रहने वाले बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिये भारत सरकार के जन जातिय मंत्रालय ने विकसित भारत से जोड़ने के लिये इस तरह की पहल शुरू की है।पिछले दस सालों की आंकड़े पर गौर करते हैं तो मोदीजी के नेतृत्व वाले सरकार ने 36 हजार से अधिक रेलखंड का विस्तार हुआ है।बंदे भरत से लेकर बुलेट ट्रेन इसी का परिणाम है।पहले किसानों को सरकार से किसी तरह की कोई लाभ नहीं मिलती थी।अब भाजपा वाले केंद्र सरकार में प्रत्येक किसानों के खाते में सीधे धनराशि जमा हो रही है।मौके पर उप बिकास आयुक्त,जेबी तुबिड, जगन्नाथपुर एसडीओ मुकेश मछुआ,नोवामुंडी बीडीओ अनुज वांडो,जनप्रतिनिधियों में प्रखंड प्रमुख पूनम गिलुवा,महुदी पंचायत मुखिया लक्ष्मी देबी के अलावा भाजपा नेताओं में अशोक पान, प्रखंड अध्यक्ष चंद्रमोहन ग़ोप आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थी।

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