महाशिवरात्रि पर शिव भक्तों ने की मंदिरों में विधि विधान से पूजा अर्चना … इस सृष्टि पर मानव रक्षक भगवान शंकर हैं -बाबा संतोष दास
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला में
महाशिवरात्रि पर्व क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा है। किरीबुरु के लोकेश्वर मंदिर, ॐ शांति स्थल मंदिर, मेघाहातुबुरु के काली मंदिर, और छोटानागरा के शिव मंदिर, गुवा के कुसुम घाट स्थित शिव मंदिर, योग नगर स्थित शिव मंदिर तथा स्टेशन कॉलोनी स्थित बाबा लोकेश्वर शिव साई मंदिरो मंदिरों में पूजा करने के लिये लोगों की लंबी कतार लगी थी।
शिवालयों में शिवभक्तों ने उपवास रख भगवान शिव पर बेलपत्र, धतूरा, भांग, नारियल, अबीर, गुलाल, बेर, चढ़ा कर उनकी की पूजा की । गुवा रेलवे स्टेशन कॉलोनी स्थित में बाबा लोकेश्वरके मंदिर में पूजा कर रहे भगवान साईं एवं शिव भक्त सपत्निक संयुक्त रूप से कुल बहादुर थापा एवं पत्नी संतोषी देवी ने गुवा के करीब 1000 लोगों को अपनी ओर से आयोजित शिव प्रसाद का भोग ग्रहण कराया।मौके पर चर्चित उत्तराखंड, हरिद्वार के सिद्ध पुरुष व प्रवचक बाबा संतोष दास ने शंकर भगवान के विभिन्न लीलाओं पर चर्चा करते हुए उन्हें सर्वशक्तिमान बताया ।
उन्होने कहा कि इस सृष्टि पर मानव रक्षक भगवान शंकर हैं । भगवान शंकर का दर्शन अगर, मानव को हो जाए तो उसका जीवन धन्य हो जाएगा । मौके पर शिव भक्त उपेन्द्र प्रसाद ने कहा कि संपूर्ण सृष्टि मय मानव भगवान शंकर के आलिंगन में है ।बाबा संतोष दास द्वारा गुवा में अक्सर आने वाले गुरु बलवीर दास के महामहिम की चर्चा की गई शिवपुराण के अनुसार भगवान शंकर छह मास कैलाश पर्वत पर तपस्या में लीन रहते है। उनके साथ ही सभी कीड़े-मकौड़े भी अपने बिलों में बंद हो जाते हैं। छह माह के बाद कैलाश पर्वत से उतरकर भगवान श्मशान घाट में निवास किया करते हैं। भगवान शिव का धरती पर अवतरण फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को हुआ था। शिवभक्त इस दिन को ‘महाशिवरात्रि’ के रूप मे मानते है।इस अवसर पर पूजा करा रहे हैं पुजारी नागेंद्र पाठक के साथ श्रवण कुमार पांडेय, संगीता पांडेय, आशुतोष शास्त्री, अनील सिंह, राकेश चन्दन, डा टीसी आनन्द, पंकज गुप्ता,राजविशाल, धन्नु उर्फ कूल बहादर व अन्य कई देखे। सबने आयोजित प्रसाद के भोग प्रसाद व्यवस्था की सराहना तहे दिल से की ।