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रसूखदारों की” रखैल” बनी जेएनसी ,गरीबों पर कहर बरपाने बाज नहीं आ रही

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर नगर पालिका रसूखदारों की “रखैल” बन गयी है।यह उसके क्रियाकलापों से लगा है। फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले पर रोब झाड़ने से बाज नहीं आ रही,तो साकची बाजार में बहुमूल्य भूमि पर कब्जा कर दुकान बनाकर अतिक्रमण करने वाले के विरुद्ध कार्रवाई करने से मुंह छुपाने से दिखता है।


गौरतलब हो कि साकची बाजार में मंगलवार को जमशेदपुर नगर पालिका के पदाधिकारी फुटपाथी दुकानदारों और स्थायी दुकान के विरुद्ध कार्रवाई की।उन पर आरोप था कि अतिक्रमण कर रास्ते पर कब्जा कर लिया है।

इससे आम लोगों को परेशानी हो रही है। जबकि पुलिस और भूमाफिया गठजोड़ से साकची बाजार के पुलिस टीओपी और सड़क की जमीन पर अतिक्रमण कर दो दुकानें बनाई गई।इन दुकानों को करोड़ों रुपए में बेच दिया गया। सूचना पर जमशेदपुर नगर पालिका ने अवैध रूप से बनाएं गये दुकानों को सील कर दिया।जिसे भूमाफिया ने तोड़ दिया। इतना ही नहीं जमशेदपुर नगर पालिका को मुंह चिढ़ाते हुए भूमाफियाओं ने दोनों दुकानों का उद्घाटन किया। जिसमें एक अर्श  फैशन और एक अन्य दुकान राजा जेनरल स्टोर के नाम से  खोला गया ।जिसका संचालन हो रहे है।इन दुकानों के संचालकों के विरुद्ध जमशेदपुर नगर पालिका द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। जबकि जमशेदपुर नगर पालिका के सील तोड़ा गया।अब प्रश्न उठता है कि अतिक्रमण के नाम पर फुटपाथ और स्थानीय दुकानदारों के समान जब्त करना व फाइन लगाना कहाँ की नैतिकता है? कानून का पालन सबके साथ समान रूप से होना चाहिए। क्या जमशेदपुर नगर पालिका रसूखदारों की” रखैल” बन गई है? या अन्य संबंधित पदाधिकारियों की तरह जमशेदपुर नगर पालिका के अधिकारी मैनेज हो गये है? यह जांच का विषय है।अगर जांच हुआ तो निश्चित जाने एक थाने दार,एक आईपीएस सहित अन्य अधिकारी जो भूमाफियाओं को संरक्षण देकर पुलिस टीओपी की जमीन और आम लोगों के लिए बने सड़क पर कब्जा कराने का खेल खेलवा रहे हैं। उनका चेहरा समाज के सामने होगा और वे जेल के सलाखों के पीछे।

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