गांव से बहिष्कार किए अनाथ तीन बच्चियों को बालिका कुंज का मिला सहारा

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित बड़ानंदा गांव से बहिष्कार किए एकल परिवार बुधराम तांती की अनाथ तीन बच्चियों को बालिका कुंज का मिला सहारा। इस संबंध में गुवा थाना प्रभारी गोपाल कुमार ने बताया कि जगन्नाथपुर अनुमंडल स्थित बड़ानंदा गांव में रह रहे बुधराम तांती अपनी पत्नी एवं तीन बच्चियों के साथ जीवन यापन गुजर बसर कर रहे थे।
अचानक से उसकी पत्नी किसी अन्य के साथ भाग गई। इस घटना को लेकर गांव वालों ने एक बैठक कर बुधराम तांती एवं उसके तीन बच्चियों को गांव से बहिष्कार कर दिया। बहिष्कार किए जाने के बाद बुधराम तांती अपने तीनों बच्चियों को लेकर गुवा थाना क्षेत्र स्थित दुधबिला गांव में वहां के मुखिया व मुंडा की मदद से अपना गुजर बसर करने लगा। इस गांव में रहते पांच साल हो गए और बुधराम तांती का स्वास्थ्य काफी गिरने लगा। और पांच दिन पूर्व बुधराम तांती की मौत हो गई। पिता की मौत होने के बाद तीनों बच्चियों अनाथ हो गए।अब गांव में लोग बातें करने लगे कि अनाथ हुए तीनों बच्चियों की जिम्मेदारी कौन लेगा।तब गांव के मुंडा गुरुचरण चातोम्बा एवं मुखिया सुरेंद्र चातोम्बा ने इसकी सूचना गुवा थाना को दी। वही गुवा थाना प्रभारी गोपाल कुमार ने तीनों अना नेथ बच्चियों को थाना बुलाया और इसकी सूचना नोवामुंड़ी भाग एक जिला परिषद सदस्य सुश्री देवकी कुमारी,बाल अधिकार सुरक्षा मंच उपाध्यक्ष सह सचिव पदमा केसरी, जेंडर सीआरपी जेएसएलपीएस सह बाल अधिकार सुरक्षा मंच सदस्य गीता देवी एवं ममता देवी एवं पीएलवी दिलबहादूर को जानकारी दे थाना बुलाया गया। थाना प्रभारी गोपाल कुमार ने आपसी बैठक कर अनाथ बच्चियों का भविष्य सुरक्षित करने हेतु तीनों अनाथ बच्चियों को सीडब्ल्यूसी बालिका कुंज गुवा थाना से गाड़ी में गीता देवी,पीएलवी दिलबहादूर एवं एसआई अजय सिंह की सुरक्षा में चाईबासा भेजा गया।