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जमशेदपुर नगर पालिका और टिस्को के तहसीलदार एवं टिस्को  के लैंड विभाग के अधिकारी राज सिंह के  नेक्सस से होता है बड़ा खेला, जनप्रतिनिधि की चुप्पी क्या कहती है?…

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर के साकची बाजार में जमशेदपुर नगर पालिका और टिस्को के तहसीलदार के नेक्सस से बड़ा खेला होता है। बहुमूल्य भूमि पर कब्जा कराने से लेकर पुलिस का भय दिखाकर जमकर होता है भयादोहन।

इसके बाद भी इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि सरजू राय और सांसद विधुत वरन महतो की खामोशी आश्चर्यचकित करने वाला है। जनता के हर मुद्दे पर बेबाक राय रखने वाले विधायक सरजू राय की चुप्पी स्थानीय लोगों को खटक रही है। वही चार  माह पहले ट्रांसफर हुए जमशेदपुर नगर पालिका की सीटी मैनेजर रवि भारती की पुनः पुराने पद पर लौट कर आना चौंकाने वाला है।

आखीर सीटी मैनेजर रवि भारती को  जमशेदपुर नगर पालिका में ऐसा कौन सा लाभ मिलता है कि वे अपने जुगाड़ तंत्र के सहारे पुनः जमशेदपुर में अपनी पदस्थापना करा कर जम गये हैं। ऐसे में विधायक सरजू राय की चुप्पी रहस्यमय है। स्थानीय दुकानदार बताते हैं कि साकची बाजार के तहसीलदार राजीव शर्मा पुलिस से मिलकर अवैध वसूली में लगे हैं। उनको पहले अतिक्रमण के नाम पर डराते हैं और पुलिस से वारेन्ट का भय दिखाया जाता है।

इस बीच उनसे रुपए की मांग होती है।वे लोग डर कर उनके अवैध मांग को पूरा कर देते हैं। उन्हें पता है कि वे भी गलती कर रहे हैं, लेकिन उनको व्यापार करना है इस लिए पुलिस और जमशेदपुर नगर पालिका के अधिकारी के दबाव में रहते हैं। लेकिन उनकी ब्लैकमेलिंग बढ़ रही है।वे साकची बाजार में पुलिस टीओपी की जमीन पर कब्जा कर बेच दिए। इसमें जमशेदपुर नगर पालिका, टिस्को के तहसीलदार,  लैंड विभाग के अधिकारी राज सिंह  और पुलिस व भूमाफिया गठजोड़ का खेल है।

सभी आपस में मिले हुए हैं। इसके बाद भी सरजू राय जैसे जूझारु नेता की चुप्पी उन लोगों को आश्चर्य में डाले हुए हैं। ऐसे भी भाजपा सांसद विधुत वरन महतो को साकची बाजार के लोगों से कुछ लेना-देना नहीं है।वे कभी भी मदद के लिए या अवैध गतिविधियों के लिए आवाज नहीं उठाते हैं। दुकानदारों ने दावा किया कि आप जांच करा लें। जमशेदपुर नगर पालिका के अधिकारी, तहसीलदार राजीव शर्मा , टिस्को लैंड विभाग के अधिकारी राज सिंह,  पुलिस की मिलीभगत का पोल खुल जाएगा। अतिक्रमण हटाने के नाम पर लोगों को तंग कर रहे हैं। अगर इनमें जरा भी इमानदारी है तो पहले कब्जा कर बनाएं गये दुकानों को कब्जा मुक्त कराएं। कब्जा करने वाले पर कार्रवाई करें।
ज्ञात हो कि साकची बाजार में फुटपाथी दुकानदारों से अवैध वसूली मामले में विधायक सरजू राय साकची पुलिस से भीड़ गये थे और पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली करने वाले को चेताया भी था। जिसके बाद से फुटपाथी दुकानदारों को राहत मिल गई थी। न्यूज़ लहर भी चाहता है कि पुलिस और भूमाफिया गठजोड़ की जांच होनी चाहिए।

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