ब्रह्मर्षि विकास मंच जमशेदपुर ने छठावां सामूहिक उपनयन संस्कार आयोजित कर बनाया इतिहास
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर में ब्रह्मर्षि विकास मंच जमशेदपुर द्वारा 20 बटुकों का सामूहिक उपनयन संस्कार अमल संघ मैदान सिदगोड़ा में हुलासगंज के आचार्य रंगेश शर्मा एवं उनके सात सदस्यीय आचार्य के द्वारा पूरी वैदिक रीति रिवाज के अनुसार हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ।
आज के कार्यक्रम में स्वस्तिवाचन, मंडप पूजन, धृतधारी, देवपूजन, चौलकर्म मुंडन, उपनयन संस्कार, वेदारंभ, अभिषेक, आशीर्वाद।
पूरे संस्कार के दौरान महिलाओं द्वारा पारंपरिक गीत से पूरे क्षेत्र का माहौल पारिवारिक बन गया था।
मुंडन के उपरांत सभी बटुक गेरूआ वस्त्र धारण कर अपने कंधे पर भिछाटन के पात्र लिए अपने रिश्तेदारों एवं कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों के समक्ष “भिंक्षाम देगी , भिक्षांम देही” के शब्दों का उच्चारण करते हुए आगे बढ़ रहे थे। तब सभी महिलाएं पारंपरिक भोजपुरी गीत गाकर उनके स्वागत के लिए आतुर थीं।कार्यक्रम के दौरान शहर के कई विशिष्ट अतिथियों ने शिरकत की। सभी ने इस प्रकार के कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से समाज में आवंडर से दूर रहने की प्रेरणा मिलती है। सभी बरूआ के परिवार इस आयोजन में अपने बच्चों का उपनयन कराकर समाज में सकारात्मक संदेश दिया है। मंचाशीन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद विद्युत वरण महतो, विधायक सरयू राय, प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ नागेन्द्र सिंह एवं टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी उपस्थित थे। इसके उपरांत अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित एवं स्वामी के चित्र पर पुष्प अर्पित की।
मंच के अध्यक्ष रामप्रकाश पांडेय एवं महासचिव योगेन्द्र मौआर ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न, अंगवस्त्र, जनेऊ, धार्मिक पुस्तक प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के उपरांत कमिटी के कार्यकर्ताओं को अंगवस्त्र पहनाकर सम्मानित किया गया।आचार्य रंगेश जी महाराज ने कहा कि संस्कार एवं संस्कृति की रक्षा करने के लिए उपनयन जरूरी है। हमें अपने संस्कार को बरकरार रखने की आवश्यकता है। तभी हम अपने देश की विरासत को बचाएं रख सकते हैं।
अतिथियों ने कहा कि इस तरह के आयोजन से समाज को सकारात्मक कार्य करने की प्रेरणा मिलती है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सुधी कुमार,विजय नारायण, कृष्णकांत, गोपाल सिंह, ब्रजेश, मुकेश, चंदन कुमार, बिरेन्द सिंह , क्षीनिवास ठाकुर, अशोक, अमरेन्द्र की अहम भूमिका रही।