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डीएवी गुवा में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित, बहुआयामी प्रतिभा वाली शख़्सियत गुरुदेव रविन्द्र नाथ टेगौर की जयंती मनी बहुमुखी प्रतिभा के धनी, दार्शनिक और शिक्षाविद् कविवर रविन्द्र नाथ टेगौर सदैव याद किए जाते रहेंगे -प्राचार्या उषा राय

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित डीएवी गुवा मे राष्ट्र कविवर रविन्द्र नाथ टेगौर जयंती पूरे हर्षोल्लास के साथ स्कूल की प्राचार्या उषा राय की अध्यक्षता मे मनाई गई। कार्यक्रम में धर्म शिक्षक राजवीर सिंह के वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ स्कूल की प्राचार्या उषा राय के अगुआई में सभी शिक्षकों एवं दर्जनों स्कूली बच्चों ने पुष्प अर्पण कर कविवर रविन्द्र नाथा टेगौर को नमन किया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवलित कर की गई।स्वागत गान संगीत शिक्षक योगेंद्र त्रिपाठी का साथ शिक्षक अनिरुद्ध दत्ता, शिक्षिका श्रीपर्णा साहू, शिक्षिकाअनुपूर्णा साहू, छात्र आशुतोष बेहरा एवं आर्यन झा द्वारा प्रस्तुत की गई।शिक्षक अंजन सेन द्वारा राष्ट्र कविवर रविन्द्र टैगोर की कविता डाले – डाले, पाते – पाने सुनाई गई।

कक्षा दसम की छात्रा अन्वेशा कांजीलाल, कक्षा अष्टम की छात्रा ऋधिमा सिंह एवं कक्षा सप्तम की छात्रा कृतिका झा द्वारा मनोहारी समूह नृत्य की प्रस्तुति दी गई।शिक्षिका रंजना प्रसाद ने सोलो बगला कैसेट गान पर नृत्य प्रस्तुत की गई। अन्य शिक्षिकाओं मे शिक्षिका अनिला एक्का,शिक्षिका पूजा सिंह एवं शिक्षिका पुष्पांजलि नायक ने शानदार नृत्य की प्रस्तुति बच्चो के समक्ष कर कार्यक्रम में शमा बाँध दी ।

कक्षा द्वादश की छात्रा ने हिन्दी मे कक्षा नवम की छात्रा दक्षा मिश्रा ने अंग्रेजी में रविन्द्र नाथ टैगोर के जीवन दर्शन की प्रस्तुति विचारों के माध्यम से दी । छात्रों में अन्वेशा साहू, अंश एवं ओशानी एवं सायोन ने जीव विज्ञान शिक्षक अंजन सेन के साथ कविता की प्रस्तुति दी ।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्या उषा राय ने कहा कि गुरुदेव रविन्द्र नाथ टेगौर बहुआयामी प्रतिभा वाली शख़्सियत थे।

बंगाली कवि, लघु-कथाकार, संगीतकार, नाटककार, उपन्यासकार और चित्रकार के रूप में चर्चित रहे । कविगुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर को गुरुदेव के नाम से भी जाने जाते हैं। उन्हे विश्वविख्यात महाकाव्य गीतांजलि की रचना के लिए 1913 में साहित्य नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। साहित्य के क्षेत्र में नोबेल जीतने वाले पहले भारतीय हैं। वरीय शिक्षक पी के आचार्या ने कहा कि गुरुदेव रविन्द्र नाथ टेगौर अपने लेखन से भारत देश को महान बनाया।उन्होंने विश्व भारती शांति निकेतन की स्थापना कोलकात्ता में की थी।
कार्यक्रम में शिक्षक अनन्त कुमार उपाध्याय,विकाश कुमार मिश्रा, बी के साहू, बीजी सिंह, जय मंगल कुमार साव, राजवीर सिंह, आशुतोष शास्त्री, अरविन्द कु साहू, बीसी दास,ज्योति सिन्हा, रोशन कुमारी, अनिशा रॉय चौधरी, ऋषि कुमार, एस के पाण्डेय, एस बी तिवारी, राजन उपाध्याय, मोनिका मोहंती व अन्य का अग्रणी योगदान रहा ।कार्यक्रम में मंच संचालन धर्म शिक्षक राजवीर सिंह ने की। स्कूली बच्चों में श्वेता कर्मकार, नर्गिस परवीन, प्रज्ञा प्रुष्टि, हरिप्रिया दास व अन्य की भूमिका सराहनीय रही।

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