Crime

चक्रधरपुर के उलीडीह में मुंडा दीपक बोदरा को गोली मारने के विरोध में ग्रामीणों ने एनएच-75 किया जाम

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित चक्रधरपुर के उलीडीह के ग्रामीण मुंडा दीपक बोदरा को गोली मारकर घायल करने के विरोध में स्थानीय ग्रामीणों और मानकी-मुंडाओं ने रांची-चाईबासा मुख्य मार्ग एनएच-75 जाम कर दिया। इस जाम के कारण मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस-प्रशासन घटनास्थल पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। काफी प्रयासों के बाद, करीब ढाई घंटे बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम हटाया।

ग्रामीणों ने दीपक बोदरा पर हुए हमले के दोषियों को तीन दिनों के भीतर गिरफ्तार करने की मांग की। गिरफ्तारी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। साथ ही सड़क जाम मामले में किसी के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करने की मांग की। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी मांगें मानी, जिसके बाद यातायात बहाल हुआ।

हमले की पृष्ठभूमि और जाम का कारण

जानकारी के अनुसार, दीपक बोदरा शनिवार की दोपहर उलीडीह सड़क किनारे अपनी दुकान में पत्तल पोडा मीट बेच रहे थे। इसी दौरान दो बदमाशों ने उन पर गोली चला दी, जिससे वे घायल हो गए। मुंडा दीपक बोदरा पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में ग्रामीण रविवार सुबह सात बजे पारंपरिक हथियार लेकर सड़क जाम कर बैठे। इस दौरान उन्होंने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई और नारे लगाए, जैसे “पुलिस-प्रशासन होश में आओ”, “मुंडा-मानकी पर हमला करना बंद करो”, “गांव की विधि व्यवस्था पर हमला करना बंद करो”, “दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करो” और “जमीन माफियाओं को गिरफ्तार करो”।

प्रशासन का हस्तक्षेप और समझौता

मामले की सूचना मिलने पर चक्रधरपुर थाना प्रभारी राजीव रंजन दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। ग्रामीणों की मांगें थीं कि दोषियों को तीन दिनों के भीतर गिरफ्तार किया जाए और सड़क जाम मामले में किसी के खिलाफ मामला दर्ज न किया जाए। मौके पर मौजूद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पारस राणा, अंचलाधिकारी गिरजानंद किस्कू और थाना प्रभारी राजीव रंजन ने उनकी मांगें मानी। इसके बाद सड़क जाम हटाया गया और यातायात बहाल हो पाया।

ग्रामीणों की नाराजगी

जामकर्ताओं का कहना था कि घटना के एक दिन बाद भी अब तक दोषियों को पकड़ा नहीं गया है, जो पुलिस-प्रशासन की विफलता को दर्शाता है। मौके पर मौजूद सामाजिक कार्यकर्ता बसंत महतो और बासिल हेंब्रम ने बताया कि मुंडा दीपक बोदरा भू-माफियाओं के खिलाफ लगातार आंदोलनरत रहे हैं। पिछले साल भी उन पर जानलेवा हमला हुआ था। इस बार भी उनकी हत्या की कोशिश की गई, लेकिन वे बच गए।

स्थानीय नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं की मौजूदगी

मौके पर चक्रधरपुर मानकी-मुंडा संघ केंद्रीय कमेटी के अध्यक्ष गणेश पाट पिंगुवा, महासचिव चंदन होनहागा, मानकी कृष्णा सामड, मानकी रांदो कोड़ाह, मानकी सिद्धेश्वर सामड, राजू सामड, सामाजिक कार्यकर्ता बसंत महतो, बसिल हेम्ब्रम, युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रीतम बांकिरा, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष विजय सिंह सामड समेत विभिन्न गांवों के मानकी और मुंडा, दीपक बोदरा के परिजन और बड़ी संख्या में स्थानीय महिला-पुरुष ग्रामीण उपस्थित थे।

Related Posts