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गुजरात में बड़ा हादसा, गेमिंग जोन में लगी भीषण आग, 22 लोगों की मौत, मरने वालों में 12 बच्चे, रेस्क्यू जारी

न्यूज़ लहर संवाददाता
गुजरात : राजकोट में आगजनी की बड़ी घटना सामने आई है। भीषण गर्मी के बीच राजकोट के टीआरपी मॉल में आग लग गई है। इसमें 22 की मौत हो गई है। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। अग्निकांड में झुले लोगों को राजकोट सिविल अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। आग इतनी विकराल थी कि एक किलोमीटर दूर तक इसका धुआं देखा गया। जानकारी के अनुसार आग मॉल के गेम जोन में लगी। सूचना पर पहुंची दमकल ने पहुंचकर आग पर काबू पाया।
अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि मॉल में आग कहां से लगी? पुलिस के अनुसार सयाजी होटल के पास स्थित टीआरपी मॉल में अचानक आग लगने की घटना सामने आई थी। सूचना में तमाम एजेंसियां तत्काल मौके पर पहुंची थीं। मॉल में जब आग लगी उस वक्त पर गेम जोन में काफी बच्चे मौजूद थे। राजकोट में आग की इस घटना ने सूरत के तक्षशिला अग्निकांड की काली यादों काे ताजा कर दिया है। इसमें 22 स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी।


गर्मियों की छुटि्टयां होने के कारण काफी संख्या में लोग अपने बच्चों के साथ गेमिंग जोन में गए हुए थे। आग लगने पर अफरातफरी मच गई। करीब 20 लोग और बच्चे आग और उसके धुएं में फंस गए। सूचना पर पहुंची दमकलों को दो घंटे तक सतत पानी की बौछार करने के बाद आग बुझाने में सफलता मिल पाई। इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन को आगे बढ़ाया गया।
ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि कुल मौतों का आंकड़ा बढ़ा सकता है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि गेमजोन के मालिकों ने घटना के बाद अपने मोबाइल नंबर बंद कर लिए हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है गेमिंग जोन को बनाने में लकड़ी का ज्यादा इस्तेमाल किया था। इसलिए आग ज्यादा भड़की और घटना विकराल होती चली गई।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राजकोट के टीआरपी मॉल के गेमिंग जाेन की आग पर संज्ञान लिख है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि राजकोट में गेम जोन में लगी आग की घटना में नगर निगम और प्रशासन को तत्काल बचाव और राहत कार्य के निर्देश दिए गए हैं। घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था को प्राथमिकता देने का भी निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने राजकोट के कलेक्टर से फोन पर बात करके अग्निकांड की स्थिति की जानकारी ली है। इतना ही नहीं सीएम ने इस घटना की जांच एसआईटी से कराने का फैसला लिया ।

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