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जिला विधिक सेवा प्राधिकार नशे विरुद्ध चलाएगी अभियान जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से नशे से होने वाली हानि के बारे में बढ़ाएगी समझ प्राधिकार के सचिव ने की हितधारकों के साथ आवश्यक बैठक

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड:झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची तथा विश्वनाथ शुक्ला अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के निर्देश पर नशे के हानिकारक प्रभाव विषय पर हितधारकों के साथ आवश्यक बैठक संपन्न हुई , इस बैठक की अध्यक्षता प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह ने की ।
उन्होनें जानकारी देते हुए बताया कि ज़िले में नशापान के विरुद्ध जागरुकता कार्यक्रम अभियान की तरह आरम्भ किया जा रहा है, इसके तहत नालसा स्कीम 2015 के आलोक में गांव गांव पंचायत और प्रखंड स्तर पर निरंतर जागरुकता अभियान कार्यक्रम किया जायेगा और ग्रामीणों, स्थानीय लोगों को नशे से बचाने के यथा संभव प्रयास किया जायेगा, प्राधिकार ऐसे मामलों में सकारात्मक रूप से पहल करने को प्रतिबद्ध है।उन्होंने और जानकारी देते हुए बताया कि उपरोक्त के तहत 26 जून को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ड्रग एब्यूज एंड इलिसिट ट्रैफकिंग दिवस पर पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाना है,

प्रोजेक्ट वात्सल्य के द्वारा स्ट्रीट चिल्ड्रन के बचाव, विकास और पुनर्वास को प्राथमिकता के तौर पर कार्य करने हेतु सभी हितधारकों को शामिल करना है, ज्ञात हो कि उपरोक्त के संबंध में एक विशेष यूनिट जिला स्तर पर बनाया गया है, इस समिति में अधिवक्ता, स्वास्थ्य अधिकारी, समाजसेवी, पैरा लीगल वॉलिंटियर्स और विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों जिन्होंने नशापान से मुक्ति के लिए काम किया हो आदि शामिल हैं।आज की बैठक में मुख्य रूप से निर्णय लिया गया कि जिले में ओपन शेल्टर होम का निर्माण तथा डी एडिक्शन सेंटर के निर्माण के लिए प्रयास किया जायेगा, साथ ही
लीगल लिटरेसी क्लब और लीगल एड क्लीनिक के माध्यम से विद्यालयों में विद्यार्थियों के बीच नशे से होने वाली हानियों के बारे में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है, लीगल लिटरेसी क्लब में एंट्री ड्रग क्लब का निर्माण भी किया जाना है ।
विलेज लेवल चाइल्ड वेलफेयर कमिटी, महिला मंडल और सेल्फ हेल्प ग्रुप के माध्यम से स्थानीय संस्थाओं को ऐसे कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित कर जागरुकता फैलाना भी आगामी कार्यक्रम में शामिल है, चिल्ड्रन होम, ऑब्जर्वेशन होम, प्लेस ऑफ सेफ्टी और स्पेशल होम में निरंतर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन विशेषरूप से प्रस्तावित है।

इसके साथ ही ड्रग एब्यूज से पीड़ित लोगों को तत्काल सहायता देकर सीआईपी या रिनपास में दाखिल कराना, पेंपलेट या नुक्कड़ नाटक के माध्यम से प्रचार प्रसार करना।
बनाए गए पैनल उन स्थानों को चिन्हित करेगी जहां पर नशापान की शिकायत मिलती हो और उन स्थानों पर कार्रवाई कर पीड़ित व्यक्ति की सहायता किया जाना है, नशापान से मुक्त हुए लोगों के अनुभव को प्रेरक रूप से लोगों के सामने प्रस्तुत करना जिससे लोग प्रभावित हो और नशेपन से दूर हो सके।
आज की बैठक में मुख्य रूप से
अधिवक्ता रोहित राज गुप्ता, डॉ मीना कालुंडीया, डॉक्टर भाग्यश्री कर, डीआर सुष्मिता तमडीया, अभिषेक आनंद, मुक्ति स्नेही बरवा, जस्टिन अनूप बागे पीएलवी राजशेखर रवानी पीएलवी मोहम्मद शमीम , समाजसेवी विकास दोदराजका, डालसा सहायक अमित कुमार और खगेंद्र महतो सम्मिलित थे।

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