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कंगना की सांसद सदस्यता बर्खास्त की जाये, उसने किया है पंजाब और सिख कौम का अपमान: भगवान सिंह तमाचा कंगना के गाल पर भी बल्कि किसान विरोधी विचारधारा पर है: भगवान सिंह

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:अभी नई नई पहली बार मंडी से चुनी गयी भाजपा सांसद कंगना रनौत को सांसद सदस्यता से तुरंत बर्खास्त करने के मांग करते हुए सीजीपीसी के प्रधान भगवान सिंह ने कंगना रनौत को जुबान पर लगाम लगाने की सलाह दी है। भगवान सिंह ने सांसद कंगना द्वारा पुरे पंजाब में आतंकवाद बढ़ने के बयान से नाराज होकर तीखी प्रतिक्रिया दी। सीजीपीसी प्रधान ने इसे पुरे पंजाब और सिख कौम का अपमान बताया।
इधर, सीआईएसएफ महिला जवान कुलविंदर कौर द्वारा कंगना रनौत पर थप्पड़बाजी घटना की खबर आग की तरह वायरल हो गयी और प्रतिक्रियाएं भी आनी शुरू हो गयी हैं। इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सीजीपीसी के अध्यक्ष सरदार भगवान सिंह ने इसे किसान विरोधी विचारधारा पर प्रहार बताया है।


शुक्रवार को इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए भगवान सिंह ने कहा यह तमाचा कंगना रनौत के गाल पर नहीं बल्कि हर उस विचारधारा पर है जो किसान विरोधी है। भगवान सिंह ने आरोपी कुलविंदर कौर की सराहना करते हुए कहा की यह घटना क्रिया के विरुद्ध प्रतिक्रिया वाली बात है क्योंकि कुलविंदर कौर ने अपनी माँ और किसानों के आत्मसम्मान के लिए यह कदम उठाया है। भगवान सिंह ने कहा किसान आंदोलन को कुछ लोगों द्वारा झूठे प्रचार कर खालिस्तानी आंदोलन और भी पता नहीं क्या क्या नाम देकर बदनाम करने की कोशिश की गयी थी, इस क्रिया की प्रतिक्रिया हो होनी ही थी।


गौरतलब है कि हाल ही में मंडी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की सीट पर सांसद चुनीं गईं कंगना रनौत को गुरुवार को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर एक सीआईएसएफ की महिला जवान कुलविंदर कौर ने थप्पड़ जड़ दिया था। महिला जवान ने कंगना रनौत को थप्पड़ मारा है क्योंकि वह उनके किसान आंदोलन के दौरान दिए गए बयान से नाराज़ थीं। हालांकि आरोपी जवान को हिरासत में ले लिया गया है।

जब कंगना रनौत चंडीगढ़ से दिल्ली जा रहीं थीं उसी वक्त चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर यह घटना हुई है। कुलविंदर कौर जिन्होंने भाजपा सांसद और अभिनेत्री को थप्पड़ मारा उन्होंने दावा किया वह कंगना रनौत के उस बयान से अत्यधित व्यथित थी जिसमे कंगना ने कहा था कि कि लोग 100 और 200 रुपये के लिए किसानों के विरोध प्रदर्शन में बैठे हैं। जबकि आरोपी कुलविंदर की मां भी उस विरोध स्थल पर बैठी थीं।

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