ईचा डैम के विस्थापितों की आवाज बनेंगे विधान सभा में – सरयू राय*

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला जमशेदपुर में ईचा बांध विरोधी संघ, कोल्हान का प्रतिनिधि मंडल संघ के अध्यक्ष बिर सिंह बुड़ीउली के नेतृत्व में जमशेदपुर के आवासीय कार्यालय में पूर्व मंत्री सह विधायक सरयू राय से मिला। प्रतिनिधि मंडल ने ईचा डैम से कोल्हान के 87 गांव को बचाने की गुहार लगाते हुए एक मेमोरंडम सौंपा। विधायक सरयू राय ने प्रतिनिधि मंडल की बातों को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि वह झारखंड विधानसभा के आगामी सत्र में ईचा डैम के विस्थापितों की आवाज बनेंगे और विस्थापितों को हर संभव सहयोग देने की कोशिश करेंगे।
सरयू राय ने कहा कि यह परियोजना पिछले दो दशकों से राजनीतिक दलों के लिए सिर्फ सत्ता तक पहुंचने का मुद्दा बनकर रह गई है। स्वर्णरेखा बहुउद्देशीय परियोजना (कुजू डैम) संवैधानिक उपबन्धों, नियमों और अधिनियमों का उल्लंघन कर निर्माण की जा रही है। यह परियोजना संविधान प्रदत्त मौलिक अधिकारों को छीन रही है और झारखंड के 87 खूंटकट्टी ग्राम/मौजा को पूर्ण और आंशिक रूप से प्रभावित कर रही है।
इस परियोजना के कारण झारखंड राज्य के पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां जिला के सदर प्रखंड, तांतनगर प्रखंड और राजनगर प्रखंड के 26 गांव पूर्ण रूप से जलमग्न हो जाएंगे और शेष 100 गांव आंशिक रूप से डूब जाएंगे। ईचा खरकई बांध परियोजना से प्रभावित ग्राम खूंटकट्टी ग्राम है, जहां के निवासियों का जीविका पार्जन पशुपालन, मत्स्यपालन और कृषि आधारित मजदूरी पर निर्भर है।
परियोजना संविधान के अनुच्छेद 16, अनुच्छेद 19(ङ एवं छ), अनुच्छेद 21, 21(क), अनुच्छेद 25, अनुच्छेद 26, अनुच्छेद 29 का उल्लंघन करती है, जो संविधान के अनुच्छेद 13(2) का उल्लंघन है। अतः इसे रद्द किया जाना चाहिए।
प्रतिनिधि मंडल में अध्यक्ष बिर सिंह बुड़ीउली, उपाध्यक्ष रेयांस सामड, सचिव सुरेश सोय, सहसंयोजक योगेश कालुंडिया, कोषाध्यक्ष गुलिया कालुंडिया और अन्य आंदोलनकारी शामिल थे।