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T20 वर्ल्ड कप का फाइनल मुकाबला आज, भारतीय टीम का पलड़ा भारी, रोहित शर्मा फाइनल में इन 11 खिलाड़ियों को देंगे मौका

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

नई दिल्ली : आईसीसी मेन्स टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल मैच की घड़ी काफी नजदीक आ चुकी है।आज (29 जून) फाइनल में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच टक्कर होनी है

। दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला ब्रिजटाउन के केंसिंग्टन ओवल में भारतीय समयानुसार रात आठ बजे से खेला जाएगा।भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 68 रनों से हराकर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई है।दूसरी ओर साउथ अफ्रीका ने पहले सेमीफाइनल में अफगानिस्तान को 9 विकेट से मात देकर फाइनल में एंट्री ली।

देखा जाए तो भारतीय टीम तीसरी बार टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है।इससे पहले उसने 2007 और 2014 के संस्करण के भी फाइनल में जगह बनाई थी।2007 के संस्करण में तो भारतीय टीम खिताब जीतने में भी कामयाब रही थी।अब भारत के पास दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीतने का मौका है।दूसरी ओर साउथ अफ्रीकी टीम पहली बार किसी वर्ल्ड कप (ओडीआई या टी20I) के फाइनल में पहुंची है।

फाइनल मैच के लिए दोनों टीमों की प्लेइंग-11 पर भी फैन्स की निगाहें होंगी।इस बात की ज्यादा संभावना है कि भारतीय टीम उसी प्लेइंग-11 के साथ उतरेगी, जिसने उसे सुपर 8 स्टेज के तीनों मैचों के अलावा सेमीफाइनल में जीत दिलाई थी।वैसे भी भारतीय टीम का कॉम्बिनेशन सेट हो चुका है, ऐसे में बड़े मैच में बदलाव करना जोखिम भरा हो सकता है।

भारतीय टीम पुराने ट्रिक के जरिए ही साउथ अफ्रीकी टीम को धूल चटाना चाहेगी।यानी फाइनल मैच में संजू सैमसन, मोहम्मद सिराज, यशस्वी जायसवाल और युजवेंद्र चहल के प्लेइंग-11 से बाहर रहने की संभावना है।दूसरी ओर साउथ अफ्रीकी टीम भी उसी कॉम्बिनेशन के साथ उतर सकती है, जिसने उसे अफगानिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में कामयाबी दिलाई थी।

 

रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम फाइनल में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैदान पर उतरेगी तो उसके सामने पिछले 10 साल से अधिक के वैश्विक खिताबी सूखे को खत्म करने की चुनौती होगी।अपने फाइनल तक के अभियान में दोनों टीमें अजेय रही हैं, लेकिन बड़े टूर्नामेंट्स के कई फाइनल मैचों को खेलने के अनुभव के कारण भारत का पलड़ा भारी होगा। साउथ अफ्रीका 1998 के बाद पहली बार आईसीसी के किसी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा है।

टूर्नामेंट में भारत का अभियान पिछले साल घरेलू वनडे विश्व कप के समान ही रहा है, जहां वे फाइनल में पहुंचे थे, लेकिन खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने उनसे बेहतर प्रदर्शन किया था।भारत यहां भी अब तक सर्वश्रेष्ठ टीम रहा है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इस बार उनके सामने ऑस्ट्रेलिया की चुनौती नहीं है।

 

साउथ अफ्रीका की आईसीसी स्पर्धाओं में एकमात्र जीत 1998 में चैम्पियंस ट्रॉफी में हुई थी। टीम ‘चोकर्स’ के अपने तमगे को पीछे छोड़कर फाइनल में पहुंची है और वे खिताबी मुकाबले में भी इस तमगे को धता बताने की कोशिश करेंगे। आईपीएल खिताब को अपनी अब तक सबसे बड़ी उपलब्धि बताने वाले उनके कुछ खिलाड़ियों के लिए वर्ल्ड कप ट्रॉफी सबसे बड़ा पुरस्कार होगा।

गुयाना में सेमीफाइनल में भारत की इंग्लैंड पर जीत के बाद बाद प्रशंसकों और विशेषज्ञों की भावनाओं को देखा जाए तो रोहित शर्मा की टीम खिताब की प्रबल दावेदार होगी।भारत की टीम का कॉम्बिनेशन कैरेबियाई देशों की पिचों के मुताबिक है।टीम इस मैच में पिछले साल 19 नवंबर को अहमदाबाद में एक लाख दर्शकों के सामने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली वनडे वर्ल्ड कप फाइनल की निराशा को पीछे छोड़ने के लिए बेकरार है।

 

टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीत चुके एक कप्तान ने पीटीआई से कहा, ‘मैं जानता हूं कि आईसीसी फाइनल में भारत के साथ लंबे समय से समस्याएं रही हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि साउथ अफ्रीका कोई चुनौती पेश कर पाएगा। भारत अब तक टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ टीम रही है और ‘मैन टू मैन’ के मामले में भी साउथ अफ्रीका कमजोर टीम नजर आ रही है।’

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच अब तक 26 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले गए हैं।इस दौरान भारत ने 14 और साउथ अफ्रीका ने 11 मैचों में जीत हासिल की।जबकि एक मुकाबले का नतीजा नहीं निकला। टी20 वर्ल्ड कप में दोनों देशों के बीच छह मैच हुए हैं, जिसमें से भारत ने चार जीते. वहीं दो मुकाबलों में अफ्रीकी टीम को जीत हासिल हुई।

 

भारत की संभावित प्लेइंग-11: रोहित शर्मा (कप्तान), विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), सूर्यकुमार यादव, शिवम दुबे, हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, अर्शदीप सिंह, जसप्रीत बुमराह।

 

साउथ अफ्रीका की संभावित प्लेइंग-11: क्विंटन डिकॉक (विकेटकीपर), रीजा हेंड्रिक्स, एडेन मार्करम (कप्तान), डेविड मिलर, हेनरिक क्लासेन, ट्रिस्टन स्टब्स, मार्को जानसेन, केशव महाराज, कगिसो रबाडा, एनरिक नॉर्किया, तबरेज शम्सी।

 

फैंटेसी XI में ये होंगे बेस्ट: हेनरिक क्लासेन, क्विंटन डिकॉक, ऋषभ पंत, रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या (कप्तान), मार्को जानसेन, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह (उप-कप्तान), कगिसो रबाडा।

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