मुहर्रम के महीने में ढोल, ताशा, नाच गाना, डीजे आदि से बचें, तंजीम उलमाए अहले सुन्नत व जमाअत लोहरदगा का एलान
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: लोहरदगा तंजीम उलमाए अहले सुन्नत व जमाअत लोहरदगा आम जनता से अपील करती है कि वे मुहर्रम के महीने में ढोल, ताशा, नाच गाना, डीजे आदि जैसे मिथकों के साथ मनाए जाने वाले जश्न से बचें।
इस मुबारक महीने में शाने अहलेबैत, जिक्रे इमाम हुसैन की महफिलें सजाएं, नवीं मुहर्रम और आशूरा के दिन रोजा रखें, सबील और लंगर का एहतमाम करें और खासकर अपनी मां बहनों को तमाशाई मेला में भेजने से बचें।
और अगर आपको जुलूस निकालना ही है तो जुलूसे मुहम्मदी की तरह जुलुसे हुसैनी निकालें।
उलमाये कराम जितने भी गैर शरई रूसूम से मना फरमाते हैं उस पर अमल करें।मिंजानीब उलमाए अहले सुन्नत व जमात लोहरदगा कौम के लोगों से अपील की है।