आदिवासी उरांव समाज संघ की समीक्षात्मक बैठक संपन्न, आगामी कार्यक्रम के लिए बनी रूपरेखा

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित चाईबासा में आज आदिवासी उरांव समुदाय की एक महत्वपूर्ण बैठक स्थानीय कुडुख सामुदायिक भवन पुलहातु में अध्यक्ष संचू तिर्की की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक का मुख्य उद्देश्य 30 जून 2024 को आयोजित स्थापना दिवस कार्यक्रम की समीक्षा करना था।
अध्यक्ष संचू तिर्की ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि समाज के सभी लोगों के अथक प्रयास से स्थापना दिवस का आयोजन काफी सफल रहा। उन्होंने सभी सदस्यों का धन्यवाद करते हुए आभार प्रकट किया। उपस्थित सदस्यों ने भी कार्यक्रम की सफलता की प्रशंसा की और अपने-अपने विचार साझा किए।
बैठक में मुख्य अतिथि माननीय श्री दीपक बिरूवा, झारखंड सरकार के मंत्री, ने कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की और समाज के हित के लिए एक बहुउद्देशीय आदिवासी संस्कृति एवं कला केंद्र भवन के निर्माण की घोषणा की। इस घोषणा पर पूरा उरांव समाज ने उनका आभार प्रकट किया। यह भवन समाज की नितांत आवश्यकता है, जो आदिवासी संस्कृति के संरक्षण और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
संघ के मुख्य सलाहकार सहदेव किस्पोट्टा ने समीक्षात्मक वक्तव्य देते हुए बताया कि इस वर्ष के स्थापना दिवस के अवसर पर कक्षा 9वीं से 11वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए टैलेंट हंट प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन किया गया, जो काफी सफल रहा। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता के माध्यम से छात्र-छात्राओं को प्रतियोगिता परीक्षा एवं अन्य परीक्षाओं में सफलता हासिल करने में मदद मिलेगी। छात्र-छात्राएं इस तरह के आयोजनों से काफी उत्साहित नजर आए।
बैठक में अन्य मुद्दों पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि समाज के छात्र-छात्राओं एवं बेरोजगारों को टाटा स्टील फाउंडेशन द्वारा संचालित विभिन्न क्षेत्रों में रोजगारन्मुख प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेकर अवसर का लाभ उठाना चाहिए। इस प्रशिक्षण में रिटेल से एशोसिएट, इलेक्ट्रीशियन, गोदाम पैकर के क्षेत्र में नि:शुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, कंप्यूटर ज्ञान से संबंधित फाइनेंस एंड टेली का भी प्रशिक्षण कराया जाएगा, जो 4 माह का कोर्स है और इसका शुल्क ₹5000 है। संघ ने यह निर्णय लिया है कि सशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक प्रथम बैच के 10 छात्र-छात्राओं को शुल्क की आधी राशि, अर्थात ₹2500, अनुदान स्वरूप समाज की ओर से प्रदान की जाएगी।
बैठक में यह भी प्रस्ताव पारित किया
गया कि कक्षा 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं के लिए निशुल्क कोचिंग क्लास अगस्त और सितंबर महीने से आरंभ की जाएगी, जिसे सभी सदस्यों ने ध्वनिमत से समर्थन किया।
बैठक में अन्य सामाजिक मुद्दों पर भी चर्चा की गई। इसके साथ ही, स्थापनाकर्ता के परिवार के सदस्यों भरत खलखो, चन्दन कच्छप और मोनु कच्छप को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। मैट्रिक एवं इंटर में उत्तीर्ण छात्राओं, सुश्री खुशी लकड़ा और अनामिका कच्छप को पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
अंत में, उप सचिव लालू कुजूर ने धन्यवाद ज्ञापन कर सभा समाप्ति की घोषणा की। बैठक को सफल बनाने में लक्ष्मण बरहा, बाबूलाल बरहा, कृष्णा टोप्पो, सोमरा बाड़ा, भरत कुजूर, दुर्गा कुजूर, गणेश कच्छप, राजकमल लकड़ा, तेजो कच्छप, चमरू लकड़ा, शम्भू टोप्पो, ईशु टोप्पो, पन्नालाल कच्छप, भीमा मिंज, बिष्णु मिंज, सावित्री कच्छप आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।