झारखण्ड सरकार स्थानीय के बजाय, अन्य राज्यों के युवकों को सरकारी नौकरियों में रख रही है – – संजय पाण्डेय
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष संजय पाने ने बयान जारी कर कहा कि 5 लाख नवयुवकों को रोजगार देने का वादा करने वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन की सरकार,राज्य के स्थानीय युवकों को रोजगार देकर उनका भविष्य बनाने के बजाय दूसरे राज्यों के युवकों को सरकारी नौकरियों में रख रही है,जिसका जीता जागता उदाहरण नगर विकास एवम आवास विभाग ने साबित किया।नगर विकास एवम आवास विभाग ने अधिसूचना जारी किया पत्रांक संख्या -01/सा0स्था0(नियुक्ति)-05/2024 न0वि0आ0 22/7/2024 के द्वारा, 28 सहायक नगर निवेशकों की सीधी नियुक्ति कर उन्हें विभिन्न 28 स्थानों में योगदान करने का आदेश निर्गत किया।इन नवनियुक्त 28 सहायक नगर निवेशकों में 17 युवक, बिहार राज्य के गया सिवान पटना,दिल्ली,मध्य प्रदेश के भोपाल ग्वालियर,पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर,उतर प्रदेश के गाजियाबाद,असम के कछार,हरियाणा के सोनीपत,तेलांगाना के हैदराबाद के हैं,राज्य सरकार ने झारखंड राज्य से केवल 11 स्थानीय युवकों को चयनित किया।पांडे ने कहा कि राज्य सरकार के इस तानाशाही रवैये का भारतीय जनता पार्टी पुरजोर विरोध करती है,साथ ही कहा राज्य के बेरोजगारों के साथ राज्य सरकार कुठाराघात कर रही है,स्थानीय लोंगों को रोजगार उपलब्ध कराने से मुकरने का यह वादा खिलाफी है,स्थानीय नवयुवकों के भविष्य को बर्बाद करने का यह कुटिल प्रयास है,जिसका भरतर्सना भारतीय जनता पार्टी करती है।संजय पांडे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्य्क्ष बाबूलाल मरांडीजी और नेता प्रतिपक्ष अमर बाऊरी जी को इसकी जानकारी है और वे स्थानीय बेरोजगार नवयुवकों के जीवन पर हुए इस अत्याचार पर गंभीर कदम उठाने जा रहे हैं।
संजय पांडे ने कहा कि 2020 में भी सरकार गठन के बाद राज्य सरकार ने पूरे राज्य के देशी और अंग्रेजी शराब बिक्री दुकानों में स्वंय बिक्री किये जाने का निर्णय लिया था,साथ ही घोषणा किया गया था कि इन बिक्री केंद्रों में स्थानीय युवकों को ही सेल्समेन और कैशियर रखा जाएगा,पर इसका भी अमल ईमानदारी से नही किया गया,क्योंकि पश्चिम सिंहभूम जिले के 80 देशी और अंग्रेजी शराब के बिक्री केंद्रों में ज्यादातर दूसरे राज्यों के लोग नियुक्त हैं और बेरोकटोक तकरीबन 5 वर्षों से कार्यरत्त हैं,इसकी शिकायत जिला प्रशासन को भारतीय जनता पार्टी ने किया था,
पर वह मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया,और स्थानीय युवक ठगे देखतें रह गए।जिले के सभी विधायको को जानकारी होने के बावजूद चुप्पी साध कर अपना मूक समर्थन दे दिया,
जिस कारण सैंकडों युवक इन बिक्री केंद्रों में नौकरी से वंचित रह गए।उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस विषय को गंभीरता से ले रही है,और स्थानीय नवयुवकों के जीवन पर हो रहे इस अत्याचार पर जोरदार आंदोलन कर विरोध प्रदर्शन का रुख अख्तियार करने का मंशा बना रही है।